गाजियाबाद,
गाजियाबाद में जिला जज कोर्ट में 29 अक्टूबर को वकीलों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में अधिवक्ताओं ने हापुड़ चुंगी चौराहे पर मानव श्रृंखला बनाई। वकीलों पर शुक्रवार को मुकदमे दर्ज हुए थे। अधिवक्ता मानव श्रृंखला बनाकर कविनगर थाने जाकर गिरफ्तारी देंगे। जिन वकीलों पर मुकदमा दर्ज किया गया है,
वह भी गिरफ्तारी देंगे। बार एसोसिएशन ने एक अधिवक्ता को कार्य करता पाए जाने पर सदस्यता निरस्त करते हुए नोटिस जारी कर दो, जवाब मांगा है। बार एसोसिएशन सचिव अमित नेहरा के अनुसार, वकीलों पर आंदोलन के दौरान फर्जी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। शुक्रवार को ही कविनगर थाने में 44 नामजद और करीब 80 अज्ञात अधिवक्ताओं पर केस दर्ज किया गया है।
इसका बार एसोसिएशन विरोध करती है। इस दौरान वकीलों ने गाजियाबाद पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की। वकीलों ने कहा कि जब तक जिला जज अनिल कुमार नहीं हटाए जाएंगे हम धरना प्रदर्शन व आंदोलन करते रहेंगे। जिला जज के निलंबन की भी मां गकी। वकीलों ने अपनी मांगों को लेकर बैनर लगा दिए। दूसरी मांग लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई की मांग रखी। वकीलों पर दर्ज मुकदमे वापस करने की मांग रखी। घायल वकीलों के लिए उचित सहायता की मांग रखी। दोषी पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज की मांग रखी। यह पांच मांग महासम्मेलन में 3 दिन पहले भी रखी गईं। जिला जज की कोर्ट में 31 अक्टूबर को वकीलों पर लाठीचार्ज किया गया था। जिसमें कई सीनियर अधिवक्ताओं को चोट लगी थी। लाठीचार्ज के विरोध में चल रहे आंदोलन को धार देने के लिए आगे की रणनीति बनाई जा रही है। 4 नवंबर से वकील आंदोलन कर रहे हैं।