गाजियाबाद।
गाजियाबाद सदर विधानसभा सीट पर 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। भारत निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों की तारीख घोषित कर दी। इसके नतीजे 23 नवंबर को महाराष्ट्र और झारखंड के साथ आएंगे। गाजियाबाद सदर विधानसभा सीट से अभी तक अतुल गर्ग विधायक थे।
भाजपा ने उन्हें सांसद प्रत्याशी बना दिया और फिर वे जीतकर सांसद निर्वाचित हो गए। इसलिए सदर विधानसभा सीट खाली हो गई थी। इस सीट पर भाजपा से चुनाव लड़ने के लिए कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। इसमें प्रमुख रूप से भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा हैं। संजीव शर्मा मेयर चुनाव में भी टिकट मांग रहे थे, लेकिन भाजपा ने सुनीता दयाल को प्रत्याशी बना दिया। ऐसे में इस बार शहर विधानसभा के लिए संजीव शर्मा प्रबल दावेदारी कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि संजीव शर्मा का नाम लगभग फाइनल हो गया है। दूसरे नंबर पर अशोक मोंगा का नाम है।
अशोक मोंगा पश्चिम क्षेत्र के पूर्व महामंत्री हैं। सपा-कांग्रेस गठबंधन में ये सीट कांग्रेस के हिस्से में जा सकती है। ऐसे में कांग्रेस में पूर्व सांसद सुरेन्द्र प्रकाश गोयल के बेटे सुशांत गोयल मजबूती से दावेदारी ठोक रहे हैं। सुशांत गोयल मेयर का टिकट भी मांग रहे थे, लेकिन ऐन वक्त पर वे खुद पीछे हट गए थे। सूत्रों की माने तो सुशांत गोयल से भी उस वक्त शीर्ष नेतृत्व ने यही कहा था कि उन्हें बाद में मौका जरूर दिया जाएगा। नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी ने गाजियाबाद शहर विधानसभा का प्रभारी सत्यपाल चौधरी को बना दिया है। सत्यपाल चौधरी पिछले करीब दो महीने से गाजियाबाद में डेरा डाले हुए हैं और चुनावी तैयारी में जुटे हुए हैं। सत्यपाल चौधरी राजस्थान के पार्टी प्रभारी हैं। कहा जाता है कि सत्यपाल चौधरी की बदौलत ही आजाद समाज पार्टी ने राजस्थान में अपने पांव स्थापित किए।