-9 लोगों को एक तरीके से मारा; गले से दबोचा,सीने और हाथ पर वार किए
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उदयपुर
आदमखोर लेपर्ड के हमले से 9 मौतों के बाद उदयपुर जिले के 3 कस्बों के 15 गांवों में दहशत है। लोग दिन में भी बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। लेपर्ड बार-बार उन्हीं इलाकों में हमले कर रहा है। अब तक 10 हमलों में सामने आया है कि लेपर्ड अपने शिकार को गले से दबोचते हुए सीने और हाथ पर वार करता है। इसी से अंदेशा है कि सभी हमले करने वाला लेपर्ड एक ही है।
वन विभाग ने लेपर्ड को देखते ही मारने का आदेश भी निकाला है। हैदराबाद से आए शूटर शाफत अली खान के साथ ही राजस्थान के 12 अन्य शूटर, सेना के जवान और वनकर्मी जंगल की खाक छान रहे हैं।
उदयपुर शहर से 45 किमी दूर गोगुंदा तहसील है। लेपर्ड ने गोगुंदा की 7 ग्राम पंचायत, झाड़ोल की 2 और बडग़ांव की एक ग्राम पंचायत में हमले किए हैं। इन हमलों में 9 की मौत हुई है। इन सभी गांवों के घर पहाड़ी पर हैं। लेपर्ड ने सबसे पहले 9 सितंबर को झाड़ोल ग्राम पंचायत की महिला का शिकार करते हुए उसका सिर खाकर धड़ से अलग कर दिया था। इसी तरीके से 25 सितंबर को मजावद ग्राम पंचायत के कुडाऊ गांव की 5 साल की बच्ची का शिकार किया।
फिलहाल, लेपर्ड को बडग़ांव पंचायत समिति की मदार पंचायत में तलाशा जा रहा है। 30 सितंबर को राठौड़ों का गुड़ा गांव में लेपर्ड ने 65 वर्षीय पुजारी विष्णु को मार दिया और उसके अगले दिन 1 अक्टूबर की सुबह पड़ोसी गांव केलवों का खेड़ा फलां में 55 साल की महिला का शिकार किया।
2 अक्टूबर को हैदराबाद के शूटर नवाब शाफत अली खान भी पहुंचे हैं। केलवों का खेड़ा की चढ़ाई चढऩे वाली जगह के नीचे छोटे-छोटे पिंजरे भी लगाए गए हैं। पिंजरे में कुत्ते छोड़े जाएंगे। प्लान है कि लेपर्ड शिकार के लिए जैसे ही आएगा। उसे देखते ही शूट कर दिया जाएगा।
राजसमंद से आई टीम के सदस्य दूरबीन से जंगल में लेपर्ड की मूवमेंट पर नजर रखते हुए।