नई दिल्ली।
Central government removed Pooja Khedkar from IAS post :- केंद्र सरकार ने शनिवार को आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। हालांकि खेडकर ने सभी आरोपों से इनकार किया है। गुरुवार को खेडकर ने दिल्ली हाई कोर्ट को बताया कि वह एम्स में अपनी मेडिकल जांच कराने को तैयार हैं, क्योंकि दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि खेडकर का एक दिव्यांगता प्रमाण पत्र ‘जाली’ और ‘फर्जी’ हो सकता है।
बता दें कि केंद्र ने यूपीएससी एग्जाम में ओबीसी और दिव्यांगता कोटे का दुरुपयोग करने के आरोप में पूजा खेडकर के खिलाफ कार्रवाई की है। सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार ने आईएएस (प्रोबेशन) नियम, 1954 के नियम 12 के तहत पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर, आईएएस प्रोबेशनर (एमएच:2023) को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) से तत्काल प्रभाव से मुक्त किया है।
गौरतलब है कि यूपीएससी और दिल्ली पुलिस दोनों ने उन पर जाली दिव्यांगता प्रमाण पत्र जमा करने का आरोप लगाया है, जिसमें 2022 और 2023 की परीक्षाओं के लिए दो अलग-अलग दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया है। इससे पूर्व संघ लोक सेवा आयोग ने 31 जुलाई को खेडकर की उम्मीदवारी रद्द करते हुए उन्हें भविष्य की परीक्षाओं से वंचित कर दिया था। यूपीएससी ने पहले कहा था कि उसने आयोग और जनता के खिलाफ धोखाधड़ी की है, और साजिश की पूरी हद को उजागर करने के लिए उसे हिरासत में लेकर पूछताछ करना जरूरी है। हालांकि, खेडकर ने सभी आरोपों से इनकार किया है।