अलवर।
टाइगर एसटी-2303 ने गुरुवार को मुंडावर के समीप के गांवों में पांच युवकों पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायलों को अलवर के सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। शुक्रवार को टाइगर की अंतिम लोकेशन मंडावर थाना क्षेत्र के गांव गादूवास एवं पलावा के मध्य में सडक़ मार्ग के आस-पास बताई गई है। यहां टाइगर के पगमार्क मिले हैं।
टाइगर के हमले के बाद ग्रामीणों में दहशत है। बच्चों को घरों के बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। सरपंच वीर सिंह ने बताया गांव के लोग डरे हुए हैं। सरकारी स्कूल की छुट्टी कर दी गई है। ग्रामीणों को खेतों से दूर किया गया है। टाइगर कपास के खेतों में ही देखा गया था।
हमले में घायल लोगों का सामान्य चिकित्सालय में उपचार किया गया है। बासनी गांव का रहने वाला विकास कुमार गुरुवार सुबह करीब 5 बजे ट्रेन से आया था। भाई का इंतजार करते हुए वह रोड पर पैदल ही निकलने लगा। इस दौरान अहीर भगोला गांव के रोड पर अचानक टाइगर ने उस पर हमला कर दिया। बाइक की लाइट देखकर टाइगर भाग गया। टाइगर के हमले से विकास की एक भुजा पर घाव है और पीठ पर निशान हैं। वहीं गांव दरबारपुर में सतीश के सीने और हाथ व महेंद्र के भी सीने पर घाव है। बीनू के हाथ के नीचे घाव है।
सरिस्का टाइगर रिजर्व प्रशासन ने टाइगर की मॉनिटरिंग व ट्रंकूलाइज करने के लिए 10 टीमें बनाई हैं जो मुंडावर के संबंधित गांव के आसपास तैनात है। उप वन संरक्षक राजेंद्र कुमार हुड्डा का कहना है कि आसपास के ग्रामीणों को अलर्ट कर दिया है ताकि घरों से बाहर नहीं निकलें। सहायक वन संरक्षक संतोष कुमार को 9928641364 नंबर पर ग्रामीण सूचना दे सकते हैं।
सात महीने पहले भी यह टाइगर जंगल से निकलकर रेवाड़ी तक चला गया था। उस समय हरियाणा बॉर्डर के आसपास गांव में वन कर्मियों पर हमला कर दिया था, जिसमें एक वनकर्मी को टाइगर ने दबोच लिया था लेकिन वह बच गया था। वहीं फॉरेस्टर बेहोश हो गया था। उससे पहले कोटकासिम के पास एक किसान पर हमला किया था। इसके बाद टाइगर वापस जंगल से खेतों में पहुंच गया था।
खबरदार! ‘टाईगर’ अभी गुस्से में है, कई कर दिए घायल
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