प्रतापगढ़।
प्रतापगढ़ में शिक्षा माफियाओं की करतूत सामने आई है जहां फर्जी गेट वे फार्मेसी एंड पैरामेडिकल कालेज के नाम छात्रों से पढ़ाई के नाम पर फीस तो वसूल कर लिया लेकिन कालेज की जगह रिसार्ट बना दिया । धरातल पर कालेज था ही नहीं। यहीं नहीं डी फार्मा सहित अन्य मेडिकल कोर्स ने नाम जारी इस गोरखधंधे में फर्जी फर्जी डिग्री भी बांट दी। शिकायत के बाद कालेज प्रबंधक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गिरफ्तार प्रबंधक समेत आठ लोगों के खिलाफ फ्रॉड समेत संगीन धाराओं में केस दर्ज किया है।
संग्रामगढ़ थाना इलाके में सत्र 2021-22 में छात्रों ने डी फार्मा में प्रवेश तो लिया लेकिन कालेज की जगह रिसार्ट निकला। शिक्षा माफियाओं ने फेल छात्रों को पास कराने, कम पैसे में विभिन्न मेडिकल कोर्स और डिप्लोमा कराने का झांसा देकर गेटवे नाम से कॉलेज खोल दिया। छात्रों से मोटी फीस वसूली और पैसा लेकर दो माह में कॉलेज को बंद करके वहां पर मनगढ़ रिसार्ट बना दिया। जिन छात्रों ने एडमिशन लिया उनको कूटरचित कागजों पर डिग्री थमा दी। इस फ्रॉड का पता चलने पर जब छात्रों ने हंगामा किया तो कॉलेज प्रबंधक ने छात्रों के साथ मारपीट और गालीगलौज करते हुए धमकाया।
पीड़ित छात्रों ने इस पूरे मामले की शिकायत थाना संग्रामगढ़ पुलिस से की। मामला एस पी डॉ अनिल कुमार के पास आया तो एस पी ने मामला दर्ज करके जांच के आदेश कर दिये। इस मामले में कथित प्रबंधक मीरापुर लोकैयापुर निवासी आशीष यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर उसके पास से बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेज और उन्हें बनाने की सामग्री बरामद हुई है।