नई दिल्ली।
Rajendra nagar IAS coching ACCIDENT :- दिल्ली के राजेन्द्र नगर में Rau’s IAS कोचिंग सेंटर हादसे की गूंज सोमवार को राजधानी की सड़कों से लेकर संसद तक रही। इस भीषण हादसे के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पूरी तरह विरोध और प्रदर्शन के नाम रही ,तो MCD सहित पुलिस ने ताबड़तोड़ एक्शन लिए।
14 छात्रों को अस्पताल से दे दी गई छुट्टी:
ओल्ड राजेंद्र नगर में 3 यूपीएससी अभ्यर्थियों की मौत के मामले में डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शुक्ला ने बताया कि, ”यहां लाए गए कुल 17 छात्रों में से तीन छात्र मृत लाए गए थे। बाकी 14 छात्रों को कल छुट्टी दे दी गई।”
यूपीएससी छात्रों ने किया प्रदर्शन:

इधर घटना से गुस्साए छात्रों ने सोमवार को भी ओल्ड राजेंद्र नगर में विरोध प्रदर्शन जारी रखा। छात्रों का कहना है कहा, “हम पिछले दो दिनों से यहां बैठे हैं, लेकिन एमसीडी का कोई भी अधिकारी हमसे मिलने नहीं आया। हमने कल डीसीपी को अपनी मांगें सौंपी। हम दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं । इस दौरान छात्रों से मिलने दिल्ली के एलजी वी के सक्सेना भी पहुंचे। एलजी के सामने भी छात्रों का गुस्सा कम नहीं हुआ और एलजी वापस तो के नारे लगाने शुरू कर दिए। हालांकि एलजी ने छात्रों को समझा बुझाकर उनकी बातें सुनी और दोषियों ओर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
सीजेआई को लिखा पत्र:

सिविल सेवा परीक्षार्थी ने मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखकर कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश के पानी से भरे होने के कारण हुई तीन सहपाठियों की मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। अपने पत्र में अविनाश दुबे ने शीर्ष अदालत से अधिकारियों को दिल्ली के प्रमुख कोचिंग केंद्रों राजेंद्र नगर और मुखर्जी नगर जैसे क्षेत्रों में बार-बार होने वाली जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान खोजने का निर्देश देने का भी आग्रह किया है।
दिल्ली हाईकोर्ट को पत्र लिखा:

अधिवक्ता सत्यम सिंह द्वारा हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश को लिखे पत्र के अनुसार, यह घटना उन क्षेत्रों में “शैक्षणिक सुविधाओं को नुकसान पहुंचाने वाली लापरवाही के एक बड़े पैटर्न का हिस्सा है” जहां “अनगिनत” कोचिंग सेंटर दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के नियमों का घोर उल्लंघन करते हुए चल रहे थे। सिंह ने पत्र में कहा, “इन घटनाओं की बार-बार होने वाली प्रकृति छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में प्रणालीगत विफलता की ओर इशारा करती है। शिक्षा का अधिकार अनुच्छेद 21 के तहत जीवन के अधिकार की कीमत पर नहीं आना चाहिए।”
एलजी कार्यालय के बाहर AAP का प्रदर्शन:

ओल्ड राजिंदर नगर घटना पर एमसीडी कमिश्नर और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर AAP नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उपराज्यपाल सचिवालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई।
भाजपा ने AAP दफ्तर के बाहर किया प्रदर्शन:

इस हादसे के बाद बीजेपी पूरी तरह से आम आदमी पार्टी पर हमलावर है तो आम आदमी पार्टी LG पर निशाना साध रही हैं। सोमवार को AAP दफ्तर के बाहर दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की अगुवाई में पार्टी के अलग-अलग मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है। कार्यकर्ताओं ने ‘केजरीवाल सरकार मुर्दाबाद’ के नारे भी लगाए। इसके अलावा हादसे के जिम्मेदारों को जेल भेजने की मांग की। आप दफ्तर के बाहर प्रदर्शन ने पहले भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई। दरअसल भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी के दफ्तर का घेराव करने के लिए पहुंचे और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जमकर नारेवाजी की। इस दौरान उग्र प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछारों का भी इस्तेमाल किया गया।
MCD में हंगामा, विपक्ष ने मांगा मेयर का इस्तीफा:

इस मामले को लेकर एमसीडी सदन के बाहर बीजेपी और कांग्रेस पार्षदों ने हंगामा किया। दोनों दलों के पार्षदों ने मेयर के इस्तीफे की मांग की। सदन की बैठक शुरू होने से पहले ही बीजेपी ने सदन के बाहर प्रदर्शन शुरू किया। मेयर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बीजेपी के पार्षदों ने सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बीजेपी पार्षदों ने आरोप लगाया कि ये हादसा नहीं हत्या है।
दिल्ली सरकार पर बरसे सुधांशु त्रिवेदी :

इस हादसे पर सोमवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। हादसे पर शॉर्ट ड्यूरेशन चर्चा के दौरान बीजेपी के नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सरकार को जिस गंभीरता से, सतर्कता से उसपर नजर रखी जानी चाहिए थी, वो भी नहीं हुआ। जो घटना हुई है, वो पीड़ादायक है। उन्होंने कहा, ”जिनकी आंखों में आंसू रहने चाहिए थे, उनके चेहरे पर शिकन तक नहीं आई। छात्रों ने कंप्लेन डाली गई, रिमाइंडर डाली गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. सरकार के कान पर जूं नहीं रेंगी। ‘ उन्होंने आम आदमी पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ”नई राजनीति कितनी खतरनाक साबित हो रही है। दिल्ली की सरकार इस विषय में कोई भी प्रभावी कार्रवाई नहीं कर रही है। बेसमेंट में काम करने की परमिशन किस डिपार्टमेंट ने दी। शिकायत हुई तो क्या कार्रवाई हुई। इस बारे में जानकारी मिलनी चाहिए।”
सुधांशु त्रिवेदी ने पूछा कि कितना खर्चा सीएम आवास बनाने में हुआ और कितना खर्चा सीवर की सफाई में हुआ?
संजय सिंह ने बीजेपी पर फोड़ा ठीकरा:

सुधांशु त्रिवेदी के आरोपों का संजय सिंह ने इसके बाद जवाब देते हुए कहा कि ”हमारे मित्र सांसद (सुधांशु त्रिवेदी) हमारे साथ चलें और सारे आंकड़े रखेंगे। मैं तीनों बच्चों की मौत पर प्रार्थना व्यक्त करता हूं, उन्हें आत्मा की शांति मिले। नीट में जिन छात्रों का भविष्य बर्बाद हुआ, जिन्होंने आत्महत्या की, उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। मणिपुर हिंसा में जिन लोगों की जान गई, इस सदन को इस सदन के प्रति गंभीर होना चाहिए।”
संजय सिंह ने कहा कि ”कोचिंग को रेगुलेट करने की मांग लंबे समय से चलती आ रही है। ये कौन करेगा, केंद्र सरकार करेगी। बेसमेंट में कोचिंग और लाइब्रेरी के क्लास चल रहे हैं। ये 20-20 सालों से चल रहे हैं। एमसीडी में 15 सालों तक बीजेपी रही। आपको दिल्ली के हर कामों में रोड़ा लगाना है। दिल्ली के अधिकारियों की पोस्टिंग का अधिकार दिल्ली सरकार को मिलना चाहिए। ये बातें सुप्रीम कोर्ट ने कही। इस फैसले को बीजेपी की सरकार ने पलट दिया।”
आप नेता ने कहा कि आपने हाथ बांध दी, पैर बांध दिया और स्विमिंग पुल में फेंक दिया और आप कह रहे हैं कि तैराकी करके नंबर वन आओ वरना डंडे से मारेंगे।
संसद में ‘आप’ पर बरसीं बांसुरी स्वराज:

सांसद बांसुरी स्वराज (Bansuri Swaraj) ने सोमवार लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया और केंद्रीय गृह मंत्री अमत शाह (Amit Shah) से मांग की कि वे इसकी जांच कराएं। बांसुरी ने इस दौरान आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि , ”एक बहुत ही हृदय विदारक घटना घटी है। बहुत दुख के कारण कहना पड़ता है कि दिल्ली सरकार की लापरवाही, आपराधिक लापरवाही के कारण इन बच्चों ने अपनी जान गंवा दी।”
बीजेपी सांसद ने कहा कि ”एक दशक से दिल्ली में आप सत्ता भोग रही है। लेकिन दिल्ली वासियों के लिए कोई काम नहीं कर रही है। दो वर्षों से नगर निगम भी दिल्ली सरकार के नियंत्रण में हैं, दिल्ली जल बोर्ड नियंत्रण में है ड्रेनेज की सफाई भी उनके नियंत्रण में हैं लेकिन इन्होंने नालों की सफाई नहीं कराई है।”
सांसद ने कहा कि मैं गृह मंत्रालय से अनुरोध करती हूं कि एक जांच समित बनाई जाए दिल्ली सराकर जो केवल प्रचार, प्रसार और भ्रष्टाचार में लिप्त है। उसकी जांच कराई जाए. दिल्ली के नालों की सफाई क्यों नहीं कराई जा रही है।”
राष्ट्रीय महिला आयोग ने AAP विधायक को किया तलब:

इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक को तलब किया है। आयोग ने एक पोस्ट में कहा कि उसने दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में स्थित कोचिंग सेंटर की घटना पर संज्ञान लिया है जिसमें तीन अभ्यर्थियों की मौत हो गई।