चोला से रूंधी तक 61 किमी का होगा ट्रैक, रोजाना 1.2 लाख मुसाफिर को फायदा
ग्रेटर नोएडा।
जेवर एयरपोर्ट के साथ अब जेवर रेलवे स्टेशन भी बनाया जाएगा। यहां से मुसाफिर दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई जा सकेंगे। ये स्टेशन मुख्य जंकशन होगा। इसके लिए बुलंदशहर के चोला से पलवल के रूंधी तक 61 किमी लंबा एक रेलवे ट्रैक बिछाया जाएगा। ये लाइन हावड़ा नई दिल्ली लाइन को चोला और चेन्नई-दिल्ली मेन लाइन को रूंधी पर जोड़ेगा। पूरे प्रोजेक्ट की कास्ट 2400 करोड़ रुपए होगी। ये लाइन शुरुआत में 1.2 लाख मुसाफिर को फायदा देगा। इस लाइन की फाइनल डीपीआर अभी तैयार की जाएगी।
इस लाइन में 5 रेलवे फ्लाई ओवर बनेंगे। जिसमें 2 फ्लाई ओवर चेन्नई से नई दिल्ली लाइन और 3 हावड़ा से नई दिल्ली के बीच बनेंगे। ये लाइन दो स्टेट उत्तर प्रदेश और हरियाणा से होकर जाएगी। सितंबर में नोएडा एयरपोर्ट के फंक्शन होने के बाद ये रेलवे लाइन काफी महत्वपूर्ण होगी। पहली मुसाफिर के लिहाज से दूसरी कार्गो के लिए। उत्तर मध्य रेलवे ने इसका प्रेजेंटेशन दिया था। जिसमें नए ट्रैक को एक भूमिगत चैनल के माध्यम से हवाई अड्डे के ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन सेंटर से जोड़ने का सुझाव है।
इंटर कनेक्टेड लाइन के साथ कुल ट्रैक की लंबाई 98.80 किमी है। जिसमें मुख्य ट्रैक (61 किमी) चोला और रूंधी के बीच होगा। इसकी लागत लगभग 2400 करोड़ रुपए होगी और निर्माण शुरू होने के बाद इसे पूरा करने में तीन साल लगेंगे। मुख्य लाइन से रूंधी को जोड़ने वाली लाइन पर 19.20 किमी और चोला में मुख्य लाइन को जोड़ने वाली इंटर कनेक्ट लाइन की लंबाई 18.60 किमी होगी।
चोला और रूंधी के बीच ये बनाए जाएंगे स्टेशन
रूंधी 00 किमी
चांदहट 11.30 किमी
जेवर खादर 24 किमी
जेवर एयरपोर्ट 33 किमी
जहागीरपुर 42 किमी
बिगापुर 52 किमी
चोला 61 किमी
58 गांव 19 कर्व होंगे शामिल:
इस पूरे रूट पर 58 गांव शामिल है। इसमें 2.5 डिग्री के 19 कर्व बनाए जाएंगे। इस कर्व की लंबाई 14.80 किमी की होगी। इस ट्रैक पर 45 क्रासिंग और यमुना नदी पर एक ब्रिज भी शामिल होगा। हालांकि प्रेजेंटेशन के दौरान इस फॉर्मेट को प्रस्तुत किया गया था। इसकी फाइनल डीपीआर जल्द तैयार की जाएगी।
साथ ही इसका प्रेजेंटेशन किया जाएगा। रेलवे जंकशन नोएडा एयर पोर्ट टर्मिनल से सीधे कनेक्ट होगा। प्रपोस्ड लाइन के जरिए आगरा दिल्ली वाया फरीदाबाद और गाजियाबाद अलीगढ़ वाया नई दिल्ली जाया जा सकता है। ये रूट दादरी में प्रस्तावित मल्टी मॉडल ट्रांजिट हब का हिस्सा भी होगा। इस नए रूट पर वंदे भारत जैसी हाई स्पीड ट्रेन चलाई जा सकती है। साथ ही जेवर खादर में एक कार्गो यार्ड खोलने पर भी विचार किया जा रहा है। जिसे इस लाइन से जोड़ा जा सकता है।
दादरी के बोड़ाकी में मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब प्रस्तावित है। यहां ट्रेन, मेट्रो, अंतरराज्यीय बस अड्डा की सुविधाएं विकसित होनी हैं। बोड़ाकी के पास रेलवे टर्मिनल बनेगा। इसके बनने के बाद पूर्व की ओर जाने वाली अधिकतर ट्रेन यहीं से चलेंगी। ग्रेटर नोएडा और उसके आसपास रहने वालों को पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल के लिए ट्रेन यहीं से मिल जाएंगी। उन्हें दिल्ली, नई दिल्ली और आनंद विहार रेलवे स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन जुड़ने से एयरपोर्ट आना भी आसान हो जाएगा