साथ मे बैठे केजरीवाल ने साधी चुप्पी
लखनऊ।
लोकसभा चुनाव 2024 इन दिनों पूरे ज़ोर पर है। सियासी बयानबाज़ी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जबरदस्त है। ऐसे में मुद्दे और निशाने लगातार बदल रहे हैं । हालात ये हैं कि राजनीति का स्तर भले ही गिर जाए, लेकिन कुर्सी ही एकमात्र लक्ष्य तय किए नेता लोग जोश में कई बार मर्यादित बात भी भूल जाते हैं। अब ऐसा ही एक बयान उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव का सामने आया है, जिसे बीजेपी ने तुरंत लपक लिया है।
दरअसल, गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस थी। इस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों ने केजरीवाल से उनकी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के विषय मे सवाल दाग दिया। पिछले कुछ दिनों से केजरीवाल के घर में स्वाति मालीवाल संग हुई मारपीट जैसे यक्ष प्रश्न को सुनते ही केजरीवाल की हवाइयां उड़ गईं और उन्होंने तुरंत माइक अखिलेश यादव की तरफ बढ़ा दिया। उसके बाद पत्रकारों ने जब दोबारा वही सवाल किया , तब अखिलेश यादव ने अपनी जेब से एक कागज निकलते हुए सवाल से किनारा करते हुए कहा कि उससे भी ज़रूरी चीजें हैं।
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अब इस बयान को बीजेपी ने हाथोंहाथ ले लिया है। बीजेपी का कहना है कि एक महिला सांसद अपनी ही पार्टी के मुखिया के घर में अपमानित होती है और इनकी साथी पार्टी को ये घटना उतनी महत्वपूर्ण नहीं लगती। उनके लिए बीजेपी पर निशाना साधना किसी महिला के अपमान से अधिक ज़रूरी है। यही नहीं केजरीवाल की चुप्पी पर भी जमकर निशाना साधा जा रहा है।
बता दें कि पिछले दिनों आप की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ केजरीवाल के घर में उनके पीए विभव द्वारा मारपीट का आरोप लगाया गया था। इस बात की तज़दीक घटना के दो दिन बाद खुद आप के ही सांसद संजय सिंह ने प्रेस वार्ता करके की थी। और कहा था कि केजरीवाल इस घटना से व्यथित हैं और आरोपी पर कार्रवाई होगी। हालांकि अभी तक केजरीवाल की तरफ से इस बाबत कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। फिलहाल अखिलेश यादव का एक महिला के अपमान को गैरजरूरी बताना उनकी खासी खिंचाई करा रहा है।