लखनऊ।
इतिहास में पहली बार संविदा कर्मचारी/अध्यापक (शिक्षामित्रों) उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों का उनकी इच्छा अनुसार अंतर्जनपदीय स्थानांतरण होना सुनिश्चित हुआ।
श्री श्रीचंद शर्मा, शिक्षक विधायक (एमएलसी) मेरठ- सहारनपुर, मंडल एवं प्रदेश संयोजक , शिक्षक प्रकोष्ठ भाजपा, उत्तर प्रदेश ने बताया की उत्तर प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय में ऐसे अध्यापक जिनको मान्य सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के द्वारा रेगुलर व्यवस्था से वापस मानदेय व्यवस्था पर आना पड़ा था उन शिक्षामित्रों के संगठन के पदाधिकारी मुझे लोकसभा चुनाव के दौरान मिले थे जिन्होंने अपनी विभिन्न समस्याओं से मुझसे मिलकर अवगत कराया था और अपने मांग पत्र भी सोपे, इसके उपरांत मैंने उनकी मांगों को माननीय मुख्यमंत्री जी, माo नेता सदन विधान परिषद, माननीय बेसिक शिक्षा मंत्री जी, प्रमुख सचिव महोदय सहित अन्य अधिकारी गणों से मिलकर उनकी समस्याओं का निस्तारण करने का आग्रह किया। जिनमें से एक प्रमुख मांग इन शिक्षामित्र के अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की थी।
क्योंकि जब कोई महिला शिक्षामित्र बनी थी तब वह पास के ही विद्यालय में नियुक्त हुए थे परंतु अब उनकी शादी होने के बाद वह अन्य जनपदों से अपने मूल विद्यालय में बहुत कम मानदेय पर अध्यापन कार्य करने आते हैं।
जिससे आने-जाने में धन भी खर्च होता था एवं परेशानी भी होती थी। अब इस समस्या का समाधान हो गया है वह अपनी इच्छा अनुसार अपना स्थानांतरण अपने निवास के पास के विद्यालय में करा सकते हैं। जिसके लिए मैं अपनी ओर अपने शिक्षामित्र की ओर से माननीय मुख्यमंत्री जी उत्तर प्रदेश सरकार एवं माननीय बेसिक शिक्षा मंत्री जी का धन्यवाद व्यापित करता हूं।
और आशा करता हूं मानदेय वृद्धि सहित बाकी शेष उचित मांगों पर भी हमारी सरकार जल्द ही उचित निर्णय लेगी।