नोएडा,
यूपी के रिटायर्ड आईएएस मोहम्मद मुस्तफा की बेटी रिधा मुस्तफा (24) ने नोएडा में 29वीं मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया। घटना सेक्टर 128 स्थित जेपी विशटाउन सोसाइटी की है। रिधा के पिता मोहम्मद मुस्तफा ने इसी साल जून में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी। पुलिस कैमरों के फुटेज खंगाल रही है।
पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के मीडिया प्रभारी ने बताया- जेपी विशटाउन सोसाइटी में रहने वाली रिधा मुस्तफा का अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा था। 3 दिन पहले ही डिस्चार्ज होकर आई थीं। मानसिक रूप से वह परेशान चल रही थीं। रविवार को 29वीं मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया। हादसे के वक्त सोसाइटी में तैनात गार्ड से पूछताछ की जा रही है। अभी सुसाइड की वजह सामने नहीं आई है। प्रयागराज निवासी मोहम्मद मुस्तफा 1995 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। मुस्तफा उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित आईएएस अधिकारी रहे हैं।
वह मायावती सरकार में राजा भैया के खिलाफ कार्रवाई करने के बाद काफी चर्चाओं में आए थे। राजा भैया के खिलाफ ऑपरेशन चलाया। तालाब तक खुदवाया था, जहां मगरमच्छ रखने की बात सामने आई थी। प्रयागराज के सिविल लाइन में मोहम्मद मुस्तफा के भाई रहते हैं। यहां से परिवार नोएडा के लिए रवाना हो गया है। घर पर कोई है नहीं। नौकरी जॉइन करने के बाद उनकी पहली नियुक्ति असिस्टेंट मजिस्ट्रेट और असिस्टेंट कलेक्टर के पद पर हुई थी। इस पद पर 4 महीने ट्रेनिंग के बाद वह साल 1997 तक बलिया में रहे। इसके बाद वह ट्रेनिंग के दूसरे फेज के लिए देहरादून गए। दो महीने की ट्रेनिंग के बाद उन्हें 1997 में ही मिर्जापुर का जॉइंट मजिस्ट्रेट बनाया गया। साल 2002 में पहली बार मुस्तफा कानपुर देहात के डीएम बने और 1 महीने बाद ही उन्हें शिक्षा विभाग में विशेष सचिव की जिम्मेदारी दी गई। नवंबर 2002 में मोहम्मद मुस्तफा को प्रतापगढ़ का DM बनाया गया। वह रामपुर, फतेहपुर, बलरामपुर में भी जिलाधिकारी और कलेक्टर रहे। वह 4 महीनों के लिए साल 2011 में झांसी डिवीजन के कमिश्नर रहे। मुस्तफा 2012 से 2020 तक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहे। इस दौरान वित्त विभाग के निदेशक, वित्त सेवाओं के संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी संभाली। जब वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे, तब अगस्त से सितंबर 2020 तक उन्हें वेटिंग में रखा गया। फिर 15 सितंबर 2020 को उन्होंने लेबर कमिश्नर का चार्ज लिया।