नोएडा,
एनसीआर में औद्योगिक विकास अब और रफ्तार पकड़ेगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सटे अपने अधिसूचित क्षेत्र गांवों के साथ ही ग्रेटर नोएडा- ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जोडऩे वाली 130 मीटर चौड़ी सड़क के किनारे औद्योगिक विकास को गति देने की तैयारी तेज कर दी है।
प्राधिकरण ने नए औद्योगिक सेक्टर विकसित करने के लिए क्षेत्र के अस्तौली, अमरपुर, अटाई मुरादपुर, सुनपुरा, धूममानिकपुर आदि गांवों में किसानों से सीधे जमीन खरीदेगा। किस गांव में कितनी जमीन उपलब्ध है, इसके सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है।
दरअसल, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अगले साल हवाई जहाजों की उड़ान शुरू हो जाएगी। इससे जिले में औद्योगिक निवेश की संभावनाएं बढ़ रही हैं। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनियां यहां निवेश करने को इच्छुक है, लेकिन प्राधिकरण के पास जमीन की उपलब्ध न होने की वजह से उद्योगों और संस्थागत परियोजनाओं के लिए आवंटन करने में दिक्कत आ रही है। इसको देखते हुए प्राधिकरण एयरपोर्ट से सटे गांवों यानी ग्रेटर नोएडा ईस्ट इलाके में औद्योगिक सेक्टर विकसित करेगा। इस संबंध में सीईओ रवि कुमार एनजी द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं।
एयरपोर्ट से सटे गांवों के साथ ग्रेटर नोएडा व ग्रेटर नोएडा वेस्ट को जोडऩे वाली 130 मीटर सड़क के किनारे औद्योगिक सेक्टर विकसित करने के लिए किसानों से सीधे जमीनी खरीदी जाएगी। सीईओ के निर्देश पर काम शुरू कर दिया गया है। दस से अधिक गांवों में जमीन का सर्वेक्षण करने के लिए लेखपालों को लगाया है। किसानों से बातचीत चल रही है। बाजार दर से काफी कम मुआवजा होने की वजह से किसान जमीन देने को तैयार नहीं है। किसानों की मांग है कि बाजार दर के हिसाब से मुआवजा मिले। प्राधिकरण ने कुछ माह पहले गांवों में कैंप लगाया था, लेकिन सफलता नहीं मिली। प्राधिकरण 4125 रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से जमीन खरीद रहा है,
जबकि बाजार भाव कम से कम 15 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की योजना लगभग 500 हेक्टेयर जमीन खरीदने की है, जिससे कि आगामी परियोजनाओं के लिए लैंडबैंक तैयार किया जा सके। शासन द्वारा उद्योगों के लिए जमीन आवंटन की नीति को अंतिम रूप दिए जाने के बाद योजना लॉन्च की जा सकती है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि कुमार एनजी ने कहा, उद्योगों और संस्थागत सहित अन्य परियोजनाओं के लिए किसानों से सीधे जमीन खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। एयरपोर्ट से सटे इलाके में औद्योगिक विकास को बढ़ावा दिया जाएगा। 130 मीटर सड़क के किनारे भी उद्योगों के लिए जमीन आवंटित की जाएगी। सर्वेक्षण किया जा रहा है।