चंडीगढ़।
चंडीगढ़ के पास एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसमें चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर संदीप सिंह का पूरा परिवार 11 दिनों के भीतर मौत के मुंह में समा गया। पहले प्रोफेसर और उनकी दो बेटियों की मौत हुई, फिर उनकी पत्नी और मां भी नहीं बच पाईं। यह घटना हरियाणा के सोनीपत जिले से ताल्लुक रखने वाले प्रोफेसर संदीप सिंह के परिवार के साथ घटी।
दिवाली के बाद हुआ हादसा
प्रोफेसर संदीप सिंह और उनका परिवार दिवाली के बाद चंडीगढ़ लौट रहे थे। इस दौरान, कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में उनकी कार में ब्लास्ट हुआ और आग लग गई। हादसे में प्रोफेसर और उनकी दो बेटियों परी (6) और खुशी (10) की मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा, उनकी पत्नी लक्ष्मी और मां सुदेश गंभीर रूप से झुलस गईं। उन्हें चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती किया गया था, लेकिन रविवार को पत्नी की भी मौत हो गई, और अब बुधवार को प्रोफेसर की मां ने भी दम तोड़ दिया।
हादसे में दम घुटने से हुई मौत
यह हादसा 2 नवंबर को हुआ था, जब प्रोफेसर संदीप सिंह (37), उनकी बेटियां और परिवार के अन्य सदस्य दिल्ली-अंबाला नेशनल हाईवे-44 पर अपनी कार में यात्रा कर रहे थे। हादसे में संदीप और उनकी बेटियों की दम घुटने से मौत हुई थी, जबकि उनकी पत्नी और मां का इलाज चल रहा था। इसके अलावा, उनके भाभी आरती, छोटे भाई सुशील और उनका 10 साल का बच्चा भी झुलस गए थे।
संदीप सिंह का परिवार और पेशेवर जीवन
संदीप सिंह चंडीगढ़ के मोहाली स्थित चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर थे। उनके पिता करीब 30 साल पहले सोनीपत से चंडीगढ़ आकर बस गए थे, जबकि उनके भाई चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट में काम करते हैं।