गाजियाबाद।
गाजियाबाद पुलिस ने एक प्रॉपर्टी डीलर को 97 लाख रुपए की पुरानी करेंसी सहित पकड़ा है। ये भी 500-500 रुपए के नोट थे, जो 8 नवंबर 2016 को ही चलन से बाहर हो चुके हैं। पता चला है कि ये नोट 15 फीसदी कमीशन पर बदलने थे। पानीपत के ब्रोकर की तलाश जारी है, जो इस चेन का महत्वपूर्ण किरदार बताया जा रहा है। खोड़ा थाने के एसएचओ आनंद प्रकाश मिश्र ने बताया- सोमवार देर शाम वाहन चेकिंग के दौरान एक कार पकड़ी। भवानी सिंह निवासी जयपुर को मौके से पकड़ा गया। जबकि उसके साथी नरेंद्र गिल निवासी राजस्थान और मनजीत मान निवासी पानीपत फरार हो गए। भवानी सिंह से पुलिस को एक बैग मिला। इस बैग में 97 लाख रुपए के पुराने नोट रखे हुए थे।
तीनों युवक प्रॉपर्टी के कारोबार से जुड़े हुए हैं। पूछताछ में भवानी सिंह ने बताया- मैं कैरियर के रूप में काम करता हूं। मेरा काम लोगों से पुराने नोट इकट्ठा करना होता है। इसके बाद ये पैसा पानीपत के मनजीत मान तक पहुंचता है। मनजीत से आगे की चेन शुरू होती है। पुराने नोट के बदले हमें 15 फीसदी कमीशन मिलता है। फिलहाल ये पता नहीं चल पाया है कि 97 लाख रुपयों का मालिक कौन है। भवानी सिंह ने पुलिस को बताया है कि गाजियाबाद के एक व्यक्ति ने पुराने नोट देने के लिए उन तीनों को यहां बुलाया था। एसएचओ का कहना है कि थाना खोड़ा में इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मुकदमे में गिरफ्तारी का प्रावधान नहीं है। पुलिस ने इनकम टैक्स को भी सूचना भेजी। इनकम टैक्स ने ये कहकर पल्ला झाड़ लिया कि जब नोट ही चलन से बाहर हो चुके हैं तो इसमें विभागीय जांच की अब कोई जरूरत नहीं है। एसएचओ आनंद प्रकाश मिश्रा ने बताया- फिलहाल इस पैसे को मालखाने में सुरक्षित रखवा दिया गया है।
कानून के मुताबिक, नोटबंदी के बाद यदि कोई व्यक्ति पुराने नोटों संग पकड़ा जाता है तो उससे बरामद रकम का पांच गुना जुर्माना वसूला जाएगा। इसलिए 97 लाख रुपए किसके हैं, उस व्यक्ति की तलाश की जा रही है। इसके अलावा पानीपत के मुख्य ब्रोकर मनजीत की भी तलाश जारी है।