नई दिल्ली।
दिल्ली के रंगपुरी इलाके में एक पिता ने अपनी चार दिव्यांग बेटियों के साथ जहरीला पदार्थ खाकर अपनी जान दी है। इन बच्चों की मां की पहले ही कैंसर से मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शुक्रवार देर रात घर का ताला तोड़कर सभी शवों को बाहर निकाला। पूछताछ में पता चला है कि बेटियों के चल फिर न सकने की वजह से पिता ने यह कदम उठाया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पिता की उम्र 46 साल के करीब थी, जो रंगपुरी गांव में किराए के मकान में रह रहे थे। मूल रूप से बिहार के छपरा जिले के रहने वाले थे। इनकी चार बेटियां थीं। वसंत कुंज इलाके के एक निजी अस्पताल में कारपेंटर का काम करते थे। शुक्रवार शाम उनके फ्लोर से बदबू आने के बाद पड़ोसियों ने इस घटना की जानकारी मकान मालिक को देने के साथ-साथ पुलिस को भी दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कबके में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । मृतक पिता की पहचान हीरालाल शर्मा (46) के रूप में हुई है। उसकी चारों बेटी की उम्र 26 साल, 24 साल, 23 साल और 20 साल थी। हीरालाल पिछले
28 साल से इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर, वसंत कुंज में बढ़ई के रूप में कार्यरत था। बताया जा रहा है कि वह जनवरी 2024 से अपनी ड्यूटी पर नहीं जा रहा था। उसकी दो बेटियों पूरी तरह चलने में फिरने में असमर्थ थीं, जबकि दो आंशिक रूप से दिव्यांग थीं। पुलिस को घर के अंदर से जहर के तीन पैकेट और संदिग्ध तरल पदार्थ से भरे पांच गिलास, एक चम्मच मिले हैं। मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उसके भाई को सूचना दे दी गई है। पुलिस को मौके से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। घटना के बाद से स्थानीय पुलिस के साथ-साथ फॉरेंसिक टीम मौका मुआयना कर रही है।