टीवी शो में दिव्यांगों पर मजाक उड़ाने का आरोप, पीड़ित बोला- मुझे मानसिक आघात पहुंचा है
गाजियाबाद।
गाजियाबाद के एक दिव्यांग डॉक्टर ने कॉमेडी एंड म्यूजिक कैफे मुंबई सहित 5 कॉमेडियन को मानहानि का नोटिस भिजवाया है। आरोप है कि इंडिया गॉट लेटेंट नाम के एक टीवी सीरियल के एक एपिसोड में दिव्यांग व्यक्तियों के लिए गूंगा, लंगड़ा, बहरा जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया। उनकी नकल करके हंसी उड़ाई। मांग की गई है कि यूट्यूब सहित सभी प्लेटफॉर्म से विवादित एपिसोड हटाया जाए और कॉमेडियन सार्वजनिक रूप से माफी मांगकर खेद व्यक्त करें। गाजियाबाद के वसुंधरा सेक्टर-5 में रहने वाले डॉक्टर सतेंद्र सिंह ‘डॉक्टर विद डिसेबिलिटीज’ के संस्थापक हैं। उन्होंने बताया- अधिवक्ता कारुवाकी मोहंती के जरिए यूट्यूब, ‘द हैबिटेट’ कॉमेडी एंड म्यूजिक कैफे मुंबई, स्टैंड-अप कॉमेडियन समय रैना, कॉमेडियन निशांत तंवर (जोक सिंह), सोनाली ठक्कर, विपुल गुप्ता और संतोष पात्रा को मानहानि नोटिस भेजा गया है। कहा गया है कि इंडिया गॉट लेटेंट के एक एपिसोड में विकलांगता भेदभाव प्रदर्शित की गई है, जो नकारात्मक आत्म छवि और भेदभावपूर्ण दृष्टिकोण को बढ़ावा देती है। डॉक्टर सतेंद्र सिंह ने बताया- एपिसोड में कलाकारों ने दिव्यांग व्यक्तियों की मजाकिया नकल की है। एक टिप्पणी में कलाकार कहता है
कि गूंगा हिन्दी में नहीं बोल पाता, उड़िया में बोल पाता है। इस दौरान एक दूसरा कलाकार अपने पड़ोसी के बारे में एक किस्सा साझा करता है। जवाब में पैनलिस्ट विपुल गोयल कहते हैं- कोई सामान्य आदमी है तुम्हारे गांव में? डॉक्टर सतेंद्र के अनुसार- विपुल का ये पूछना इस बात का तात्पर्य था कि दिव्यांग लोग मनुष्य नहीं होते। इस एपिसोड में एक व्यक्ति लंगड़ा जैसा चलकर भी दिखाता है, जो चलने-फिरने में अक्षम व्यक्तियों का उपहास और अपमान है। नोटिस भिजवाने वाले डॉक्टर सतेंद्र सिंह ने कहा- इस पूरे एपिसोड में दिव्यांग व्यक्तियों के खिलाफ अपमानजनक बयान दिए गए हैं। इन बयानों से मेरा अपमान हुआ है। मेरी गरिमा का हनन हुआ है। मुझे मानसिक रूप से पीड़ा पहुंची है। कॉमेडियन कलाकारों को इसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो कोर्ट केस करुंगा।