10 हेक्टेयर में धनौरी वैटलेंड के पास बनेगा 5 करोड़ का शेल्टर, 30 साल की होगी लीज
नोएडा।
Rehabilitation of animals affected by Noida airport construction :- नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण के दौरान विस्थापित होने वाले जानवरों के लिए एक पुनर्वास शेल्टर बनाया जाएगा। ये 10 हेक्टेयर एरिया में धनौरी वेट लैंड के पास होगा। इसके निर्माण में करीब 5 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। जिसे एयरपोर्ट देख रही एजेंसी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड वहन करेगी। इसमें विस्थापित होने वाले जानवरों के बाड़े बनाए जाएंगे। साथ ही उनके इलाज और क्वारैंटाइन के लिए भी स्पेस होगा। इसके लिए जो भी कंपनी काम करेगी उसे ये जमीन 30 साल के लिए दी जाएगी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का पहला फेज 1,334 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जा रहा है। जिसमें छह गांव शामिल हैं। यह क्षेत्र विभिन्न प्रकार के वन्य जीवों का घर है। इसमें नील गाय, ब्लैक बक, भारतीय चिकारे, बंदर, सुनहरे सियार, जंगली बिल्लयां और सारस क्रेन शामिल हैं। निर्माण का असर इन जानवरों पर नहीं पड़े इसके लिए भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) देहरादून ने व्यापक जैव विविधता संरक्षण योजना के हिस्से के रूप में एक बचाव केंद्र की स्थापना की सिफारिश की थी। यीड़ा के सीईओ अरुण वीर सिंह ने कहा कि बचाव केंद्र 10 हेक्टेयर साइट पर बनाया जाएगा। जिसमें पांच हेक्टेयर यीड़ा और शेष पांच वन विभाग द्वारा दिया जाएगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 5 करोड़ रुपए है। इस बजट में से 74 लाख रुपए पशु अस्पताल के लिए और 21 लाख रुपए क्वारैंटाइन सेंटर के लिए आवंटित किए जाएंगे। इस सुविधा में बंदर, नील गाय और काले हिरण जैसी प्रजाति यों के लिए अलग-अलग बाड़े होंगे। इसके लिए 10 लाख रुपए के वार्षिक रख रखाव बजट की आवश्यकता होगी। रेस्क्यू सेंटर के निर्माण को सीजेडए से मंजूरी मिलनी बाकी है।
अधिकारियों ने कहा कि प्रस्ताव सीजेडए की ड्राइंग कमेटी से पारित हो चुका है। टेक्निकल जांच के लिए भेजा जा चुका है। एक बार मंजूरी मिलने के बाद परियोजना को अंतिम रूप देने के लिए पर्यावरण और वन मंत्रालय को भेजा जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार परियोजना के लिए निर्माण एजेंसी पर फैसला करेगी।