अप्रैल 2025 में उड़ेगी पहली कॉमर्शियल फ्लाइट
नोएडा
नोएडाइंटरनेशनल एयरपोर्ट (एनआईए) पर पहली ट्रायल उड़ान दिसंबर में होगी। एयर स्ट्रिप का काम पूरा हो गया है। हवाई अड्डा लाइसेंस नागरिक उड्डयन महा निदेशालय (डीजीसीए) द्वारा ट्रायल रन के लिए लाइसेंस प्रक्रिया दिसंबर 2024 तक पूरी हो जाएगी। एयरपोर्ट का कॉमर्शियल संचालन अप्रैल 2025 के अंत तक शुरू हो जाएगा। एनआईए ने निर्माण कार्य शुरू होने के बाद पिछले दो सालों में बहुत तेजी से कार्य किया। टर्मिनल बिल्डिंग में फसाड और रूफ का काम चल रहा है। बैगेज हैंड लिंग सिस्टम का इंस्टॉल पूरा होने वाला है। एमईपी और फीनिशिंग कार्य तेजी से चल रहा है। रनवे पर एस्फाल्ट बिछाने का काम पूरा हो चुका है। रनवे की मार्किग, एप्रोच लाइट्स और एयर फील्ड ग्राउंड लाइटिंग का काम चल रहा है। एटीसी टॉवर में एमईपी कार्य और फीनिशिंग का काम जारी है। जबकि नेविगेशन सहायता जैसे डीवीओआर को कैलिब्रेट कर लिया गया है। इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) कैलिब्रेशन (अंतिम तैयारी) चल रही है। एयरलाइंस ऑनबोर्ड के लिए इंडिगो और अकासा एयरलाइंस के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। नेटवर्क प्लानिंग और ऑपरेशन आवश्यकताओं पर बात जारी है। अन्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कैरियर्स भी साझेदारी के लिए रुचि दिखा रहे है। मुख्य एअरो रियायतें, जिनमें विमान में फ्यूल भरने की सेवाएं, ग्राउंड हैंड लिंग और कार्गो आवंटित किए जा चुके हैं। रिटेल, डाइनिंग, लाउंज, ड्यूटी-फ्री, और होटल के लिए नॉन-एयर रियायतें के लिए भी एमओयू हो गए हैं। एयरपोर्ट के मुख्य सिस्टम के लिए ऐक्सैप्टैंस टेस्ट पूरे हो गए हैं। चेक-इन कियोस्क, सेल्फ सर्विस बैग ड्रॉप और ई-गेट्स का परीक्षण चल रहा है। महत्वपूर्ण ऑपरेशन और मेंटेनेंस सेवाओं, जैसे एयर फील्ड लाइटिंग, पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज, लिफ्ट, और ऐस्कलेटर के लिए समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। एयरपोर्ट के पहले चरण में एक रनवे और एक टर्मिनल शुरू होगा। सालाना 12 मिलियन यात्रियों के आवाजाही को संभालने की क्षमता रखेगा। विकास के चारों फेज पूरे हो जाने के बाद यह एयरपोर्ट सालाना 70 मिलियन यात्रियों का आवाजाही संभाल सकेगा।