नोएडा।
Retired Major General cheated of Rs 2 crore, digital arrested in Noida :- नोएडा में एक रिटायर्ड मेजर जनरल से दो करोड़ की ठगी कर ली गई। उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया गया। इसके बाद ड्रग्स से लेकर मनी लॉन्ड्रिंग तक के केस में फंसाने की धमकी दी गई। फिर, बैंक डिटेल मांगते हुए पूरी रकम उड़ा ली गई। पूरी वारदात को फोन कॉल के जरिए अंजाम दिया गया। ठगों के झांसे में आए पीडि़त ने 18 दिन बाद थाने में शिकायत दर्ज कराई। ठगों ने मुंबई पुलिस और सीबीआई अधिकारी बनकर रिटायर्ड अधिकारी को धमकाया। कहा गया- पार्सल में ड्रग है, मार डाले जाओगे।
एसीपी विवेक रंजन ने बताया कि रिटायर्ड मेजर जनरल ने शिकायत दी कि 10 अगस्त 2024 को मुझे एक एक फोन आया। कॉल करने वाले ने बताया कि वह डीएचएल से बोल रहा है और मेरे नाम पर मुंबई से ताइवान का एक पार्सल बुक है। उसने बताया कि मुंबई कस्टम्स ने पार्सल को खोला और पाया कि उसमें पांच पासपोर्ट, चार बैंक क्रेडिट कार्ड, कपड़े, 200 ग्राम एमडीएमए (ड्रग्स) और एक लैपटॉप है। उसने कहा कि यह अवैध सामान हैं और मेरे आधार कार्ड से छेड़छाड़ हुई है। मुझे उसे लेकर मुंबई क्राइम पुलिस में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करानी चाहिए। इसके लिए उसने मुझे किसी से कनेक्ट किया जिसने अपना नाम अजय कुमार बंसल बताया और मुझे अपने आई कार्ड की फोटो भेजी।
सारी बातचीत वॉट्सऐप पर हो रही थी, जिसमें मैं कॉलर को नहीं देख सकता था जबकि वह मुझे देख रहा था। उसने मुझसे पूछताछ के लहजा में बात की और फिर सीबीआई का एक लेटर भेजा, जिसमें साफ-साफ लिखा था कि मुझे जेल जाने से बचना है तो किसी के साथ भी कोई जानकारी साझा नहीं करनी। रिटायर्ड मेजर जनरल ने शिकायत में आगे बताया, मुझे घर पर डिजिटल अरेस्ट रखा गया। मुझे अपनी मूवमेंट शेयर करने को कही गईं। उसने दावा किया कि मुझ पर हमला हो सकता है। चेन्नई के एक डॉक्टर कपल का उदाहरण दिया जिनकी एक दिन पहले हत्या कर दी गई। इसके मुझसे मेरा फाइनेंशियल स्टेटस पूछा और मेरे म्यूचुअल फंड्स और एफडी को उनके बताए अकाउंट में ट्रांसफर करने को कहा। उनके पास मेरे फंड्स की पूरी जानकारी थी। 14 अगस्त को मुझे बिना किसी को बताए बैंक जाकर एक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर करने को कहा गया। जब मैंने इसका विरोध किया तो उसने कहा कि जालसाज बैंक अधिकारियों की मदद से आपके अकाउंट के साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं ।
जिसकी मुझे जानकारी नहीं है। ऐसे में सरकार के लिए वेरिफाइड करना जरूरी है। मुझसे ड्रीम होम हाउसिंग एंड प्रॉपर्टी अकाउंट में दो करोड़ ट्रांसफर करवाए गए। मुझसे कहा गया कि आपका पहचान छिपाने के लिए यह अकाउंट बनाया गया है। जांच में केवल आधा घंटा लगेगा और इसके बाद मेरा पैसा वापस मिल जाएगा।
जब पीड़ित पर लोन लेकर पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाया जाने लगा, तब उसे ठगी की आशंका हुई और उसने पुलिस से संपर्क किया।पैसे वापस मांगने पर ठगों ने पीड़ित से संपर्क तोड़ दिया।
साइबर क्राइम थाना प्रभारी विजय कुमार का कहना है कि पीड़ित द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर आईटी एक्ट सहित अन्य धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिन जिन खातो मे पेसे गए हैं उन उनकी जांच की जा रही है। साइबर सेल के साथ ही सर्विलांस सेल की भी मदद ली जा रही है। जिन नंबर से काल आई थी उसकी भी जांच की जा रही है।