नई दिल्ली।
Rajendra Nagar IAS coaching accident :- दिल्ली में ऐसे कई इलाके हैं , जहां अपनी आंखों में IAS या IPS बनने का सपना लेकर देश के तमाम हिस्सों से युवा आते हैं। लेकिन आज IAS बनाने की फैक्ट्री कहे जाने वाले राजेन्द्र नगर की बात ही प्रासंगिक है। यहां 30 से 35 बच्चे लाइब्रेरी में बैठ कर पढ़ाई कर रहे थे। अचानक पानी भरने लगता है,लाईट भी चली जाती है और लाइब्रेरी का बायोमेट्रिक डोर बंद हो जाता है। फिर शुरू होती है चीख पुकार और मदद की गुहार। छात्रों की माने तो 6.40 पर ज़िम्मेदार लोगों से मदद मांगी गई ,लेकिन रेस्क्यू टीम 9 बजे पहुंची। तब तक तीन छात्र काल का ग्रास बन चुके थे। मरने वाले छात्र तान्या सोनी ( तेलंगाना) ,श्रेया यादव ( गांव – हरसवां हसिमपुर, जिला- अम्बेडकर नगर, उत्तर प्रदेश) और नवीन (एर्नाकुलम,केरल) बताए जा रहे हैं। बाकी 3 छात्र की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों की आंखों में भले ही गुस्सा हो,लेकिन चेहरे पर अभी भी डर बना हुआ है।
हर कदम पर दिख रही थी मौत:
पानी में फंसे एक छात्र की माने तो बढ़ते पानी के साथ हम सभी असहाय होते चले गए । लाइब्रेरी का संचालक और उनके साथी कहीं नजर ही नहीं आ रहे थे। रेस्क्यू टीम के आने तक हम सब डर चुके थे। अधिकतर साथी डूब चुके थे। जब पहला शव निकला तो डर के मारे बस चीखों का शोर था,जो बढ़ते पानी के साथ धीमा होता जा रहा था। सभी की हालत बहुत खराब थी। पता नहीं किसको क्या हुआ होगा। ये हादसा नहीं है , कोल्ड ब्लडेड मर्डर है।
नामी कोचिंग संस्थान का ये हाल:
ये घटना किसी छोटे मोटे संस्थान की नहीं है। IAS की तैयारी के लिए मशहूर नाम RAU’S IAS STUDY CIRCLE की है। ये संस्थान मोटी रकम लेकर बच्चों के सपने भुनाता है। देश को IAS अधिकारी देने का दावा करने वाले इस संस्थान की जड़ें तो खुद अनैतिक निकलीं। बेसमेंट में जुगाड़बाजी से लाइब्रेरी खोलने के लिए जाहिर है क्या क्या खेल हुआ होगा। ऐसे में ये कोचिंग छात्रों में कितना मौलिक समझ परोस रहे होंगे ,अंदाजा लगाया जा सकता है। छात्रों की माने तो ऐसे दर्जनों मौत के बेसमेंट सपनो की इस पूरी मंडी में मौजूद हैं। लेकिन यहाँ छात्रों को इंसान नहीं ,महज एक रोल नम्बर समझा जाता है।