नई दिल्ली।
Rajendra nagar IAS coching accident:- राजेन्द्र नगर की कोचिंग के बेसमेंट की लाइब्रेरी में इतने बड़े हादसे के बाद एक जो सबसे बड़ी बात सामने आई है , वो ये है कि किसी भी परिस्थिति में खाकी को ही विरोध का सामना करना पड़ता है। बेसमेंट में चल रही इस अवैध लाइब्रेरी में ज़िम्मेदारी सरकार और नगर निगम की होती है। लेकिन रसूख और पैसों के दम पर सब चलता है। चलता भी खूब धड़ल्ले से है। आम आदमी पार्टी कहती है कि शायद नाले का पाइप फटा और पानी आ गया। नाले की ज़िम्मेदारी किसकी है ,ये सभी जानते हैं। लेकिन हर परिस्थिति में नेता और अन्य ज़िम्मेदार लोग मौके पर पुलिस के बाद ही पहुंचते हैं। लिहाजा इस बार भी ऐसा ही हुआ। दिल्ली सरकार की मंत्री पहुंची और जांच के आदेश व विपक्ष पर निशाना साध चलती बनीं। एमसीडी की मेयर ने भी यही किया।
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पुलिस अधिकारी से हुई तीखी झड़प:
नेता लोग तो नेतागिरी करके अपने रस्ते लौट गए , अब मौके पर इस पीड़ा और आक्रोश को झेलने के लिए पुलिस बची। तीन छात्रों की मौत के बाद साथियों में गुस्सा होना भी लाजमी है। गुस्से छात्रों ने प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू की तो पुलिस के एक अधिकारी ने समझाने का प्रयास किया। इस दौरान छात्रों से अधिकारी की तीखी झड़प हुई। अधिकारी ने छात्रों से कहा कि आप लोग अपनी आवाज़ उठाइए और ज़िम्मेदार लोगों तक पहुंचाइए। पुलिस आपकी मदद के लिए है। दोषियों को किसी भी कीमत पर बक्शा नहीं जाएगा। लेकिन छात्रों का गुस्सा पुलिस पर ही फुट रहा था। और फूटे भी किस पर मौके पर तो खाकी ही अपना फर्ज निभा रही थी। क्योंकि खादी तो बयान देकर जा चुकी थी।