देवरिया।
अभी बलिया में डीआईजी और एडीजी की छापेमारी में उत्तरप्रदेश पुलिस की पोल खुले 24 घण्टे भी नहीं बीते , कि खाकी को दागदार करने वाली एक खबर फिर सामने आ गई। यहां पुलिस ने एक बेबस मां से उसकी अपह्रत बेटी को बरामद करने के लिए मुम्बई की फ्लाइट की टिकट करा ली। यही नहीं वापसी के लिए ट्रेन की टिकट भी कराई ।आरोप तो ये भी है कि पुलिस कर्मियों ने बाकायदा रास्ते और वहां ठहरने का खर्च तक पीड़ित मां से ही वसूला था। इन सब के बावजूद बरामद कर लाई गई बेटी दोबारा घर से गायब हो गई। अब माँ फिर से दर दर की ठोकर खाने को मजबूर है।
मामला देवरिया के बघौचघाट का है। यहां एक महिला की बेटी को पड़ोस के एक युवक प्यार के जाल में फंसाकर अपने साथ ले गया। मां को जब इस बात की भनक लगी , तो उसने पुलिस से शिकायत की । पुलिस ने जब जांच की तो लड़की की लोकेशन मुंबई निकली। पुलिस ने लड़की की बरामदगी के लिए मां से फ्लाइट की टिकट कराने की बात कही।
3 लोगों की हुई फ्लाइट की टिकट:
अपनी बेटी को पाने के चक्कर में मां ने दरोगा लक्ष्मी नारायण, महिला कांटेबल वंदना यादव एवं सिपाही रूपेश यादव की मुम्बई से टिकट करा दी। जिसमें 22 हज़ार से अधिक का खर्चा आया। यही नहीं इन लोगों ने वापसी की भी लगभग 7 हज़ार की ट्रेन की टिकट मां से कराई और 6 हज़ार रास्ते मे रुकने खाने पीने का खर्चा भी लिया। इसके बाद 17 जून को पुलिस वाले ट्रेन से महिला के खर्चे से लखनऊ गए। इसके बाद लखनऊ से 18 जून को फ्लाइट से मुंबई पहुंच गए। 19 को जून को महिला के भेजे पैसे से ट्रेन के टिकट कराए और 21 जून को किशोरी को बरामद कर वापस आ गए।
फिर गायब हो गई किशोरी:
युवती को लाकर मेडिकल कराने व कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद पुलिस ने उसे मां को सौंप दिया। इसके बाद अचानक से युवती फिर से गायब हो गई। दोबारा बेटी के गायब होने पर उसकी खोज के लिए पीड़िता रोज थाने का चक्कर लगा रही है। परेशान होकर उसने सारी आपबीती उच्चाधिकारियों को सुनाई है। उसने बेटी को बरामद करते हुए टिकट बनवाने व खर्च के लिए पैसे लेने वालों पर कार्रवाई की मांग की है।
बोले अधिकारी:
इस संबंध में सीओ सीटी संजय कुमार रेड्डी ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है। इसकी जांच कराई जाएगी। जांच के बाद दोषी पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।