मुजफ्फरनगर।
Kawand yatra 2024:- उत्तर भारत की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा शुरू होने जा रही है जिसको लेकर जनपद मुजफ्फरनगर में जिला प्रशासन की तैयारी युद्ध स्तर पर जारी है, क्योंकि जब कांवरिया हरिद्वार से गंगाजल लेकर चलते हैं । तो वह सबसे पहले मुजफ्फरनगर जनपद में दाखिल होते हैं और लगभग 65 किलोमीटर की यात्रा जनपद मुजफ्फरनगर में ही कावड़ियों को करनी पड़ती है । जिसमें मुजफ्फरनगर के कई मुख्य मार्ग है। जिन पर होते हुए कांवडीया अपने गंतव्य स्थान को पहुंचते हैं ।
कांवड़ यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित की गई । एक बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार के व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के स्वतंत्र उत्तर प्रदेश सरकार के व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के स्वतंत्रता पर बाहर राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने जिला प्रशासन को सलाह दे डाली कि कावड़ मार्ग और पूरे हाईवे पर जो ढाबे संचालित है। उनमें अधिकांश ढाबे मुस्लिम चलते हैं और जो हिंदू देवी देवताओं का नाम और फोटो का प्रयोग कर रहे हैं । जिससे कावड़िया और सनातन धर्म को मानने वाले लोग
हिंदू वैष्णो ढाबा समझकर खाना खाते हैं और फिर उनके साथ ऐसी घटना हो जाती है। जिसके बाद उनका हृदय आहट होता है, क्योंकि मीत मसाले से लेकर लहसुन और प्याज तक का परहेज रखने वाले लोग ऐसे लोगों के हाथों से खाना खाएंगे तो जिसकेविरोध स्वरूप झगड़ा होने की संभावना है। मंत्री कपिल देव अग्रवाल किसी आदेश के बाद जिला प्रशासन भी चौकन्ना हो गया है और सभी ढाबा संचाल को को निर्देश भी दे दिए गए हैं कि अगर कोई मुस्लिम ढाबा संचालक है तो उसे अपना नाम बाहर लिखना पड़ेगा। इसके साथ ही अपने ढाबे पर काम करने वाले स्टाफ का भी नाम और फोन नंबर लिखना होगा।