वतन केसरी डेस्क।
India’s most wanted terrorist escaped after breaking Pakistani jail with 18 dreaded associates, alert issued :- ऐसा तो फिल्मों में ही देखा है कि खूंखार अपराधी आसानी से जेल तोड़कर फरार हो जाए। यही नहीं अपने साथ अपने 18 साथियों को भी उड़ा ले जाता है। ऐसा भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में हुआ है,जहां बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में इंडिया का मोस्ट वांटेड आतंकी अपने 18 खूंखार साथियों संग जेल से फरार हो गया है। इन कैदियों में लगभग आधा दर्जन को फांसी होने वाली थी, तो अधिकांश को 25 वर्ष की सजा सुनाई गई थी।
घटना आज दोपहर लगभग 2:30 बजे की पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की जेल की है। बीसियों साल पुरानी इस जेल में भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी गाज़ी शहजाद भी बन्द था। बताया जा रहा है कि गाज़ी ने कुछ सामान मांगने के बहाने पहले जेल के सिपाही को पास बुलाया और फिर उसकी पिस्तौल छीनकर चाबियां भी अपने कब्जे में ले लीं। इसके बाद उसके अन्य साथियों ने जेल सुरक्षाकर्मचारियों की आंखों में मिर्च झोंक दी।
एक की मौत:
पुलिस अधिकारी ने बताया कि भागने वाले 18 कैदियों में से 6 मौत की सजा पर थे और अन्य तीन आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे। अधिकारी ने बताया कि भागने के दौरान एक अन्य कैदी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह पांच साल की सजा काट रहा था। मरने वाले की पहचान खय्याम सईद के रूप में हुई है। सईद 5 साल की सजा काट रहा था।
अधिकारियों को किया बर्खास्त:
समा TV के मुताबिक, इस घटना के बाद से रावलकोट जेल के उप अधीक्षक समेत 7 अधिकारियों को हिरासत में लिया गया है और सुरक्षा उल्लंघन की जांच शुरू कर दी गई है। साथ ही जेल प्रमुख और अन्य अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है। सुरक्षा चूक को लेकर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की सभी जेलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
ये है भारत का मोस्ट वांटेड:
रिपोर्ट में बताया गया कि भागने वाले अन्य कैदियों में गाजी शहजाद भी था। सूत्रों के हवाले से बताया गया कि गाजी शहजाद एक प्रतिबंधित संगठन का सदस्य है और भारत का मोस्ट वॉन्टेड है। यही जेल तोड़ने का मास्टरमाइंड भी बताया जा रहा है।
एक से बढ़कर एक खूंखार:
भागने वालों में मौत की सजा पाए छह कैदी भी शामिल हैं। इनका नाम साकिब मजीद, उस्मान इकरार, शमीर आजम, अमीर अब्दुल्ला, फैसल हमीद और नजीर यासीन है।
भागने वाले अन्य कैदी नौमान आसिफ, आसिफ दिलबर और सकलैन सरफराज को 20 साल की सजा और मुकर्रम फैसल, साजिद नजीर और सोहेल रशीद को 10 साल की सजा हुई थी। गाजी शहजाद, फैजान अजीज, ओसामा मुर्तजा, उमाम मुस्तफा और मुहम्मद शब्बीर पर मुकदमा चल रहा था। एक अन्य कैदी हैबतुल्लाह लॉकअप में था।