लखीमपुर खीरी:
Boy fought with crocodile in Lakhimpurkhiri :- एक जांबाज बच्चा अपनी जान बचाने को मगरमच्छ से भिड़ गया। काफी देर के संघर्ष के बाद आखिरकार बच्चे की जान बच गई। इस घटना में उसका एक हाथ मगरमच्छ का शिकार हो गया। जिसने भी सुना ,उसका दिल पसीज गया। उसकी बहादुरी की खूब तारीफ हो रही है,लेकिन दूसरी तरफ घायल बच्चे को जब अस्पताल लाया गया तो यहां किसी के सीने की धड़कन न बढ़ी। यहां किसी का दिल न पसीजा। ईलाज के लिए उसे एक बेंच पर तड़पता छोड़ दिया। लाचार मां हाथ मे डिप पकड़े बिलखती रही। अब अस्पताल के इस फोटो को किसी ने वायरल कर दिया । लोग सिस्टम पर उंगलियां उठा रहे हैं।
मामला लखीमपुर खीरी के सिंगाही थाना क्षेत्र के ठाकुर पुरवा मजरा बंगला तकिया का है । यहां निवासी सोमबारी का 11 वर्षीय बेटा संकित कुमार शुक्रवार (28 जून) को अपनी मां के साथ गांव के बाहरी इलाके में घास लेने गया था। जैसे ही संकित तालाब के पास पहुंचा, पानी में छिपे एक बड़े मगरमच्छ ने उसे दबोच लिया। मां ने पास पड़ी लाठी से मदद की कोशिश भी लेकिन मगरमच्छ संकित को आगे खींच ले गया। संकित पूरी ताकत से मगरमच्छ से लड़ता रहा। यह सिलसिला कई मिनट तक चलता रहा। मां की चीख-पुकार सुनकर लोग पहुंचे और किसी तरह लाठी-डंडों से संकित को मगरमच्छ के जबड़े से छुड़ाया। तब तक मगरमच्छ संकित का बायां हाथ चबा चुका था।
अस्पताल निकला असंवेदनशील:
जब बच्चे को इलाज के लिए निघासन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया तो सिस्टम ने उसे नाकाम कर दिया। बच्चे को बैठने के लिए बनी बेंच पर इलाज दिया गया और इस घटना से जो तस्वीर सामने आई है वो परेशान करने वाली है। बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे आगे के इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।
इंटरनेट पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें देखा जा सकता है कि बच्चा एक बेंच पर लेटा हुआ है और उसकी मां उसका सिर पकड़कर बैठी है। बच्चे को बेंच पर ग्लूकोज की बोतल भी लगाई जा रही है जो मरीजों के परिजनों के लिए प्रतीक्षा क्षेत्र लगता है। बच्चे के कटे हुए हाथ पर पट्टी भी बंधी हुई दिखाई दे रही है।