नोएडा।
इराक से बेटी का इलाज कराने आए व्यक्ति के साथ इरानी गिरोह के बदमाशों ने 10200 डॉलर की लूट कर डाली। पुलिसकर्मी बनकर बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। पीड़ित पक्ष ने मामले की शिकायत सेक्टर-126 थाने में की है। पुलिस ने धोखाधड़ी और चोरी की धारा में केस दर्ज किया है। वहीं, पीड़ित पक्ष का कहना है कि उनके साथ लूट हुई है। इस दौरान पीड़ित की पत्नी और बेटी घायल भी हुई हैं। शाहपुर गांव निवासी समदर्ष चौहान ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि इराक के रहने वाले हुराम मोहम्मद जशेम अपनी पत्नी और बेटी के साथ पांच जून को उनके यहां आए। किराये का कमरा लेकर रहने लगे। हुराम अपनी बीमार बेटी का जेपी अस्पताल में उपचार करा रहे हैं।
रविवार रात नौ बजे के करीब हुराम अपनी पत्नी हिबा मुफाफ्त जशेम अल जवानी और बेटी के साथ टहलने के लिए निकले। इसी दौरान सोपरा बैंकिंग के पास ग्रे कलर की कार से दो व्यक्ति आए। दोनों ने खुद को पुलिसकर्मी बताया। खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए कागजात और पर्स चेक कराने के लिए कहा। हुराम ने दोनों को पुलिसकर्मी मानते हुए कमर में बंधा पर्स चेक कराया। इसके बाद पर्स में रखी धनराशि दोनों बदमाशों ने झटके से निकाल ली और तेजी से वहां से फरार हो गए। अनहोनी का अंदेशा होने पर हुराम और उनकी पत्नी ने शोर मचाया, लेकिन कार सवार बदमाश नहीं रूके। बदमाशों का पीछा करने के दौरान हुराम की पत्नी और बेटी घायल भी हो गईं। वारदात के बाद से इराकी परिवार बेहद परेशान है। बेटी के इलाज के लिए हुराम ने कई साल से पैसे जमा किए थे, जो बदमाशों ने एक झटके में छीन लिए। एसीपी प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली जा रही है।
फुटेज के माध्यम से कुछ संदिग्धों की पहचान हुई है। दावा है कि जल्द ही वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों को दबोच लिया जाएगा। जेपी अस्पताल के आसपास का क्षेत्र ईरानी गिरोह के बदमाशों के लिए हॉटस्पॉट है। पहले भी यहां कई विदेशी नागरिकों के साथ लूट और टप्पेबाजी हो चुकी है। ईराक, ईरान, पाकिस्तान, अफगानिस्तान समेत कई अन्य देशों के लोग इलाज कराने काफी संख्या में जेपी अस्पताल आते हैं। ईरानी गिरोह के बदमाश उन्हीं को निशाना बनाते हैं। बीते साल सूडान के नागरिक के साथ बदमाशों ने 3500 डॉलर की लूट की थी, जिसका पर्दाफ़ाश अब तक नोएडा पुलिस नहीं कर सकी है।