गौतमबुद्ध नगर।
पूरे उत्तर प्रदेश में डंका बजाने वाली दो लड़कों की जोड़ी आखिर नोएडा में क्यों फेल हुई, इस बात को लेकर यहां के लोगों में तरह-तरह की चर्चा है। एक तरफ जहां भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का चुनाव भी कांटे का रहा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, अजय टेनी जैसे कद्दावर नेता चुनाव हार गए।
उल्लेखनीय है कि दादरी विधानसभा क्षेत्र में सपा प्रत्याशी डॉ महेंद्र नागर का गांव भी आता है। जेवर विधानसभा सीट पर जहां भाजपा ने 1,04,759 मत हासिल किया। वहीं सपा 31,228 और बसपा 62,662 मत हासिल कर पाई। गौतम बुद्ध नगर के तीनों विधानसभा सीटों में भाजपा प्रत्याशी की एक तरफा जीत रही। जबकि गठबंधन के प्रत्याशी बुरी स्थिति में रहे। भाजपा प्रत्याशी डॉ महेश शर्मा की जीत में दादरी और नोएडा विधानसभा सीट का महत्वपूर्ण रोल रहा।
दोनों विधानसभा सीटों में उन्हें झोली भरकर वोट मिला। नोएडा विधानसभा सीट पर डॉक्टर महेश शर्मा को 75 प्रतिशत जबकि दादरी विधानसभा सीट पर उन्हें 65.32 फीसदी मत मिला। नोएडा विधानसभा सीट पर करीब पौने आठ लाख मतदाता हैं। यह सीट यहां के लोकसभा प्रत्याशी का भविष्य तय करने में अहम भूमिका निभाती है।
इसके बावजूद भी सपा के नेताओं ने इस सीट पर भरपूर प्रयास नहीं किया। सपा के पुराने नेताओं का मानना है कि अगर नोएडा महानगर में के संगठन में चरण चुंबक के अलावा मजबूत, समर्पित और मेहनती लोगों को जिम्मेदारी दी जाती तो यह स्थिति इतर हो सकती थी। आलम यह था कि लोकसभा चुनाव के दिन नोएडा की कई सोसाइटियों और सेक्टरों मे बूथ पर सपा का बस्ता भी नहीं लगा था, जबकि कई जगह उनके एजेंट भी नहीं थे। यह भी सपा नेताओं की अकर्मण्यता का द्योतक रहा।