गाजियाबाद।
अतुल गर्ग की जीत के बाद अब गाजियबाद विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना तय हो गया है। माना जा रहा है कि आने वाले छह महीनें में चुनाव कराया जा सकता है। उपचुनाव में भाजपा का टिकट पाने की इच्छा रखने वाले नेताओं ने भागदौड़ शुरू कर दी है। गाजियाबाद भाजपा का अभेद गढ़ बन चुका है। लोकसभा में तीन लाख से अधिक वोट से भाजपा के अतुल गर्ग जीत चुके हैं। अब विधानसभा सीट खाली हो गई है। चुनाव आयोग कुछ महीने में उपचुनाव की घोषणा कर सकता है। लोकसभा की ही तरह विधानसभा उपचुनाव में भी टिकट पाने के लिए भाजपा में सबसे ज्यादा भीड़ जुटेगी। क्योंकि इस चुनाव में भी भाजपा का टिकट जीत की गारंटी समझा जा रहा है।
हालांकि जिस मजबूती से डॉली शर्मा चुनाव लड़ी और पांच लाख से अधिक वोट ले आईं उससे सपा-कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जोश औा उमंग बढ़ चुकी है। उपचुनाव लडऩे का सपना देख रहे भाजपा के नेता अपने-अपने राजनीतिक आकाओं से संपर्क साध रहे हैं। शहर विधानसभा सीट के लिए भाजपा महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा, अशोक मोंगा, अजय शर्मा, मयंक गोयल, बलदेव राज शर्मा, पृथ्वी सिंह, पंकज शर्मा समेत भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने पूरी गंभीरता के साथ अपने प्रयास शुरू कर दिए हैं।
विपक्षी दल इस बात को अब बखूबी समझ चुके हैं कि अगर मिलकर प्रयास किए जाएं तो भाजपा को हराना इतना मुश्किल भी नहीं है। भारतीय जनता पार्टी पिछले दो बार के लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद से 5 लाख से भी अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज करती आ रही थी। परंतु इस बार सपा-कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी डॉली शर्मा से मिली चुनौती ने उसे परेशानी में डाल दिया है। चर्चा यह भी है कि लोकसभा चुनाव में कम अंतर से जीत का असर शहर विधानसभा के उपचुनाव पर भी पड़ सकता है और विपक्षी एकता भाजपा की जीत में रोडा भी अटका सकती है।