नोएडा।
शेयर बाजार में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर साइबर ठगों ने एक व्यक्ति के साथ 33.92 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीडि़त ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने में की है। केस दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। नोएडा के सेक्टर 36 स्थित साइबर क्राइम थाने के प्रभारी निरीक्षक उमेश नैथानी ने बताया कि सेक्टर-45 स्थित आम्रपाली सफायर सोसाइटी निवासी राकेश कुमार सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके पास 6 मई को वाट्सएप पर एक मैसेज आया।
इसमें बताया गया कि कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग कर प्रतिमाह लाखों रुपये का मुनाफा कमा सकता है। संबंधित नंबर पर जब राकेश कुमार ने बात की तो जालसाजों द्वारा उन्हें एक लिंक मुहैया कराया गया। लिंक पर क्लिक करते ही एफएसएफएल ऐप मिला। इसके बाद शिकायतकर्ता को टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया गया और कुछ टास्क दिए गए, जिसको उन्होंने पूरा कर दिया। प्रारंभिक चरण में जालसाजों ने कुछ मुनाफा दिया।
ठगों की ओर से मुनाफे सहित रकम शिकायतकर्ता के खाते में ट्रांसफर भी की गई। फिर जालसाजों ने शिकायतकर्ता से कहा कि अगर उसे कम समय में ज्यादा पैसा कमाना है तो ऑनलाइन ट्रेडिंग करना होगा। पीडि़त ने बताया कि जालसाजों के झांसे में आकर उन्होंने कई नामी कंपनियों के शेयर में निवेश किया। शेयर बाजार को लेकर उनको जालसाज ऑनलाइन लैक्चर भी देते थे। वे कंपनी के बारे में और शेयर बाजार से जुड़ी सारी जानकारी देते थे। उन्होंने जिन कंपनियों में निवेश किया था, जालसाजों ने उनके दस्तावेज भी उपलब्ध कराए।
पीडि़त ने बताया कि संबंधित कंपनियों को लेकर मीडिया में भी काफी अच्छी रिपोर्ट थी। इसकी वजह से वह लगातार जालसाजों के बताए अनुसार रुपये का निवेश करते गए। शिकायतकर्ता ने कुल 9 बार में अपने पीएनबी के खाते से और दोस्त के एचडीएफसी बैंक खाते से 33,92,161 रुपये ट्रांसफर कर दिए। जालसाजों द्वारा दिए गए ऐप में लगातार उनके निवेश किए गए रुपये बढ़ते दिख रहे थे। वह जब अपने मुनाफे की रकम को वापस लेने लगे तो जालसाजों ने उनके ट्रेडिंग अकाउंट को बंद कर दिया।
उन्होंने वापस से अकाउंट को खोलने के लिए कहा तो जालसाजों ने उनसे और रुपये निवेश करने के लिए कहा। जब उन्होंने जालसाजों से अपने निवेश किए रुपये वापस मांगे तो उनको टेलीग्राम ग्रुप से बाहर कर दिया गया। राकेश ने ठगी की जो रकम गंवाई है वह उनके जिंदगी भर की कमाई थी। साइबर क्राइम थाने के प्रभारी ने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच कर रही है।