नई दिल्ली।
आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ बदसलूकी वाले मामले में जैसे जैसे तथ्य सामने आ रहे हैं। वैसे वैसे अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रही हैं। अब दिल्ली पुलिस की एफआईआर में जो आरोप विभव कुमार और लगे हैं, वो वाकई शर्मनाक हैं।
पुलिस ने स्वाति की शिकायत के आधार पर आईपीसी की धारा 308, 341,354B, 506 और 509 के तहत केस दर्ज किया है।
एफआईआर के मुताबिक, स्वाति ने बताया है कि वह 13 मई को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने उनके कैंप ऑफिस गई थी। ऑफिस जाने के बाद सीएम के पीएस विभव कुमार को फोन किया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। फिर उन्होंने उसके मोबाइल नंबर पर (व्हाट्सएप के माध्यम से) एक मैसेज भेजा। हालांकि, फिर कोई जवाब नहीं मिला।

स्वाति ने पुलिस को बताया कि इसके बाद मैं घर के मुख्य दरवाजे से अंदर गई, जैसा कि मैं पिछले सालों से हमेशा से करती आई हूं। चूंकि विभव कुमार वहां मौजूद नहीं थे, इसलिए मैं घर के अंदर दाखिल हुई और वहां मौजूद कर्मचारियों को सूचित किया कि वे सीएम से मिलने के बारे में बताएं।” वह आगे बताती हैं, “मुझे ड्राइंग रूम में जाने को कहा गया। मैं वहां जाकर सोफे पर बैठ गई और मिलने का इंतजार करने लगी। तभी विभव कुमार वहां आ गए।”
विभव कुमार बिना किसी भी उकसावे पर चिल्लाने लगा और यहां तक कि मुझे गालियां भी देने लगा। मैं इससे हैरान रह गईं। मैंने उससे कहा कि वह मुझसे इस तरह बात करना बंद करें और सीएम को फोन करें। इसके जवाब में उसने कहा, ‘तू कैसे हमारी बात नहीं मानेगी?’ फिर उसने मुझे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया।”
मालीवाल बताती हैं कि विभव ने मुझे कम से कम 7-8 बार थप्पड़ मारा, मैं चिल्लाती रही। वह मुझ पर झपटा, बुरी तरह मेरी शर्ट को ऊपर खींच लिया। मेरी शर्ट के बटन खुल गए और मैं नीचे गिर गई। उसने मेरा सिर टेबल पर पटका और मैं लगातार मदद के लिए चिल्लाती रही। उसने पैरों से मेरी छाती, पेट और शरीर के निचले हिस्से पर मारा।
स्वाति ने आगे बताया कि मुझे पीरियडस हो रहे थे, मैंने उससे कहा कि कृपया मुझे जाने दें क्योंकि मैं बहुत दर्द में हूं। हालांकि, उसने बार-बार पूरी ताकत से मुझ पर हमला किया। मैं कोशिश कर रही थी कि किसी तरह से बाहर निकल जाऊं। फिर मैं ड्राइंग रूम के सोफे पर बैठ गई और हमले के दौरान चश्मा नीचे गिर गया था। इस हमले से मैं भयानक सदमे की स्थिति में थी।
मालीवाल ने कहा कि मुझे गहरा सदमा लगा और मैंने 112 नंबर पर फोन किया और घटना की सूचना दी। विभव ने मुझे धमकी देते हुए कहा, कर ले जो तुझे जो करना है,तू हमारा कुछ नहीं कर पाएगी, ऐसी जगह गाड़ देंगे किसी को भी पता नहीं चलेगा। फिर जब उसे एहसास हुआ कि मैं 112 नंबर पर हूं तो वह कमरे से बाहर चला गया।