नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव में 26 साल के बाद भारतीय जनता पार्टी अपनी बहुमत के साथ सरकार बनाने में जुट गई है, साथ ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी है।
आपको बता दें कि दिल्ली में भाजपा ने आम आदमी पार्टी को बिल्कुल जड़ से सफाया कर दिया है, साथ ही आप पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल समेत अनेकों वरिष्ठ नेताओं को हार का सामना तक करना पड़ गया। दिल्ली की जनता ने आप पार्टी के मुखिया समेत अनेकों वरिष्ठ नेताओं का आयना दिखाकर सत्ता से बाहर कर दिया है।
दिल्ली के पंत मार्ग स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में उत्सव
नजारा सामने आया है, साथ ही नवनिर्वाचित पार्टी विधायकों का पारंपरिक उत्तराखंडी संगीत के साथ कार्यकर्ताओं और समर्थकों की जय-जयकार के बीच मिठाइ बांटकर एक दूसरे को गले लगाकर बधाई देकर स्वागत किया गया। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी,एल संतोष, दिल्ली भाजपा प्रभारी बैजयंत पांडा, दिल्ली बीजेपी महासचिव (संगठन) पवन राणा और प्रदेश इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा समेत अन्य विधायक तक कार्यालय में मौजूद रहें। दिल्ली में भाजपा ने एक बयान में कहा कि उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी विधायकों को अपनी कार्यशैली में पूरी पारदर्शिता (ट्रांसपेरेंसी) बनाए रखनी चाहिए, साथ ही बैठकों के दौरान नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजय संदेश की ओर ध्यान आकर्षित किया गया। कि बिना समय बर्बाद किए एक विकसित दिल्ली बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए।
आपको बता दें, कि दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद रविवार शाम को दिल्ली में भाजपा विधायकों की एक बैठक आयोजन किया था। इस दौरान राजौरी गार्डन विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि पानी, सीवेज और यमुना जल की सफाई व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई, साथ ही फैसला लिया गया कि इन कामों को प्राथमिकता स्तर करने की जरूरत है।
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में भाजपा पार्टी को बहुमत मिलने के बाद भाजपा विधायकों की पहली बैठक की शुरूआत की गई है, साथ ही बैठक के बाद प्रवेश वर्मा और मनजिंदर सिंह सिरसा ने अलग-अलग जाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात करने पहुँच गए।
आपको बता दें, कि मोहन सिंह बिष्ट भी एक अनुभवी नेताओं में से एक हैं,
उनकी राजनीतिक समझ उन्हें स्पीकर पद के लिए मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है, साथ ही स्पीकर के रूप में उनकी नियुक्ति से विधानसभा की कार्यवाही में संतुलन और निष्पक्षता की उम्मीद की जा रही है, अगर बिष्ट स्पीकर बनते हैं, तो वह कई नजरिए से पार्टी और दिल्ली वालों के लिए लाभकारी साबित हों सकते है।