कोलकाता।
आज वक्फ संशोधन विधेयक पर विचार-विमर्श कर रही संयुक्त संसदीय कमेटी की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच तनाव इतना बढ़ गया कि स्थिति झड़प की ओर बढ़ गई। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी पर आरोप लगा कि उन्होंने बैठक के दौरान शीशे की बोतल फेंकी, जिससे उनके हाथ में चोट आई।
जेपीसी चेयरमैन की प्रतिक्रिया
जेपीसी के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने कल्याण बनर्जी के व्यवहार की निंदा की। उन्होंने कहा कि उनका रवैया ठीक नहीं था और उनकी पार्टी को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। पाल ने स्पष्ट किया कि उन्होंने लोकसभा स्पीकर को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दे दी है।
हिंसा की घटना की गंभीरता
पाल ने कहा कि आज की बैठक में हुई हिंसा अस्वीकार्य है और इसे वह आपराधिक कृत्य मानते हैं। उन्होंने बताया कि कल्याण बनर्जी ने बहस के दौरान गुस्से में आकर टेबल पर रखी पानी की बोतल को फोड़ दिया और उसके टूटे हुए हिस्से को चेयर की ओर फेंका। इस घटना ने सभी को चौंका दिया और वह बाल-बाल बचे।
बैठक का स्थगन
इस हंगामे के कारण आनन-फानन में जेपीसी की बैठक को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया। ऐसी घटनाएं संसदीय प्रक्रिया में हिंसा के खिलाफ एक गंभीर चेतावनी हैं और इसे रोकने के लिए सभी सांसदों को सजग रहने की आवश्यकता है।
संसद की गरिमा और सहिष्णुता
वक्फ संशोधन विधेयक पर यह चर्चा और उसके साथ उत्पन्न विवाद ने यह साबित कर दिया कि संसद में विचार-विमर्श और सहिष्णुता का महत्व कितना अधिक है। इस प्रकार की घटनाएं न केवल लोकतंत्र की गरिमा को धूमिल करती हैं, बल्कि सदन के कामकाज पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती हैं।