भीलवाड़ा।
भीलवाड़ा जिले में लगातार सांप्रदायिक सौहार्द बिगाडऩे वाली घटनाएं हो रही हैं। इसी को लेकर सोमवार को सांगानेर इलाके में लोगों ने अनोखा विरोध किया। पूरे इलाके के लोगों ने अपने घर बंद किए। दरवाजों पर ताला लगाया। काली पट्टी बांधी और गांव से 2 किमी दूर भजन-कीर्तन करने चले गए। गांव वालों ने 22 साल पहले 2002 में भी सांप्रदायिक घटना होने पर ऐसा ही विरोध किया था। इधर, सांप्रदायिक घटनाओं के कारण भीलवाड़ा में आज जहाजपुर और सांगानेर समेत 9 इलाकों में बाजार बंद रहे।
पुलिस चौकी को घेरा
घटना पर सांसद दामोदर अग्रवाल ने कहा- शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए एसपी को निर्देश दिए है। दोषियों पर कार्रवाई होनी ही चाहिए। सांगानेर कस्बे के लोग पूरी तरह आश्वस्त रहे, यहीं हम सभी का प्रयास है। बता दें कि 14 सितंबर शनिवार को भीलवाड़ा के उपनगर सांगानेर में एक पांडाल पर पथराव हो गया था। इसके बाद देर रात लोग सांगानेर पुलिस चौकी पर पहुंच गए और चौकी को घेर कर धरने पर बैठ गए। लोगों ने पथराव करने वालों की गिरफ्तारी की मांग की।
सांगानेर कस्बा के लोगों की मांग : उनके मोहल्ले से जुलूस ना निकले
सांगानेर कस्बा भीलवाड़ा जिले का ही एक उपनगर है, जो नगर निगम भीलवाड़ा का हिस्सा है। यहां करीब 22 हजार की आबादी है और एक हजार से अधिक मकान और दुकानें हैं। भीलवाड़ा का मेडिकल कॉलेज भी इसी कस्बे में स्थित है।रविवार को देर रात तक बड़ी संख्या में सांगानेर कस्बे के लोग पुलिस चौकी के बाहर बैठे रहे। उन्होंने एक घंटे तक प्रदर्शन और नारेबाजी की। उन्होंने मांग की कि सोमवार को दूसरे पक्ष की ओर से निकाला जाने वाला जुलूस उनके मोहल्लों से होकर न निकले।
सीओ सदर श्याम सुंदर बिश्नोई ने बताया कि सांगानेर कस्बे में शांति है। एहतियात के तौर पर कस्बे में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। सुभाष नगर थाना प्रभारी शिवराज सांगानेर चौकी पर ही है। आज सुबह शांतिपूर्ण जुलूस निकाला था। कल देर रात लोगों ने विरोध किया था। मामले में जो भी दोषी होंगे, उन्हें चिह्नित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। रविवार रात वॉट्सऐप ग्रुप पर मैसेज शेयर किया गया। इसमें सांगानेर लोगों से जुलूस का बहिष्कार करने की बात फैलाई गई। मैसेज में यह भी बताया गया कि सोमवार सुबह 8 बजे सांगानेर इलाके के लोग देवनारायण काली मंगरी (महाराणा प्रताप चिकित्सालय) के पास नदी के छप्पर के पास जुटें।मैसेज में अपील की गई कि सभी लोग अपने घरों के दरवाजे लॉक करें और काली पट्टी लगाकर निकलें। सोमवार को सुबह 10 बजे तक इलाका खाली हो गया। हर दरवाजे पर लॉक नजर आया। इसके साथ काली पट्टियां भी बंधी दिखी। पूरा इलाका सूना रहा।
सांगानेर से पूर्व पार्षद राजू जांगिड़ ने बताया- हम लोग नहीं चाहते थे कि कस्बे की शांति भंग हो, आपस में एक दूसरे से विवाद हो। इसलिए आज हम विरोध स्वरूप अपने-अपने घरों को ताला लगाकर और काली पट्टी बांधकर देव स्थान पर आ गए हैं। यहीं हम सब का भोजन बनाया गया है। इनका जुलूस समाप्त होने पर हम गांव लौट जाएंगे। हमारी प्रशासन से मांग है कि असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, जिससे गांव का माहौल खराब नहीं हो।
शाहपुरा और भीलवाड़ा में बाजार बंद
घटना के विरोध में शाहपुरा और भीलवाड़ा जिले में कई स्थानों पर स्वैच्छिक रूप से बाजार बंद रखे गए। जिनमें रायला, सांगानेर, बनेडा, गाडरमाला, कोटडी, पारोली, खजूरी से बिजोलिया और जहाजपुर के बाजार प्रमुख है।