नई दिल्ली
राजधानी दिल्ली में भाजपा विधायक दल की बैठक बुलाई गई है, जिसमें भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित होने वाली बैठक में विधायकों के साथ सदन की कार्यवाही को लेकर चर्चा की गई, साथ ही बैठक में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता समेत मंत्री और विधायक मौजूद रहें।
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली विधानसभा सत्र के लिए भाजपा ने अपने विधायकों को दिशा-निर्देश दिए है,
साथ ही भाजपा द्वारा पहली बार चुने गए विधायकों को विधानसभा के कुछ नियमों के बारे में अवगत कराया, कि पहले सत्र में विधायकों को किस प्रकार से पेश आना होगा, साथ ही विपक्ष नेताओं का किस तरह से सामना करना होगा, इसके लिए भी भाजपा विधायकों को प्रशिक्षित किया गया।
आपको बता दें कि आज दिल्ली की मुख्यमंत्री, भाजपा विधायक दल की नेता रेखा गुप्ता, विधायक दल की बैठक में शामिल हो पाई है,
साथ ही बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा भी मौजूद रहें। हालाँकि नियमानुसार बैठक दिल्ली सचिवालय में होनी चाहिए थी, लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री के लिए कोई कमरा आवंटित न होने के कारण बैठक भाजपा प्रदेश कार्यालय में शुरू की गई, भाजपा प्रदेश कार्यालय पर भाजपा विधायक दल की यह अंतिम बैठक होगी, इसके बाद से विधायक दल की बैठक भी नियमानुसार सचिवालय में आयोजित किए जाएगी।
आपको बता दें कि 24 से 27 फरवरी तक चलने वाले आठवीं विधानसभा के पहले सत्र में परंपरा के अनुसार प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति होगी, साथ ही प्रोटेम स्पीकर नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे, हालाँकि पहले शुरुआत में उपराज्यपाल द्वारा वरिष्ठ भाजपा विधायक अरविंदर सिंह लवली को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई जाएगी। सभी विधायकों के शपथ लेने के बाद विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराने की प्रकिया ओर तेज हो जाएगी, उसके बाद विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव भी कराया जाएगा, जिसके बाद सरकार द्वारा आम आदमी पार्टी के कार्यकाल के दौरान लंबित कैग की रिपोर्ट भी विधानसभा में पेश की जा सकती हैं, इससे पहले सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष का पहली बार एक दूसरे से आमना सामना हो पाएगा। ऐसे में उम्मीद है
कि विपक्षी दल आम आदमी पार्टी सत्तारूढ़ भाजपा पर शुरुआत में हमलावर रुख अपना सकती है, जिस तरह से दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी भाजपा सरकार द्वारा चुनाव के दौरान किए गए वायदे के अनुसार पहली कैबिनेट मीटिंग में महिलाओं को 2500 रुपए महीना देने का प्रस्ताव पारित न करने के बाद लगातार हमलावर हैं। ऐसे में संभावना है कि आम आदमी पार्टी विधानसभा में पहले सत्र में इस मुद्दे को लेकर भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री पर हमलावर हो सकती है।