नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनावों से ठीक पहले दिल्ली पुलिस को एक बड़ी सफलता हासिल हो पाई है।
आपको बात दें कि दिल्ली पुलिस ने 2 बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार करने का दावा किया है, साथ ही एक नाबालिग भी बताया जा रहा है। खास बात ये है
कि इन्होंने बीते निगम चुनावो में फ़र्ज़ी कागजातों के आधार पर वोट भी डाला गया था।
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली सेंट्रल के डीसीपी हर्षवर्धन ने कहा कि दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में फर्जी दस्तावेजों के साथ तीन बांग्लादेशी नागरिको को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इनके कब्जे से कई फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए है, साथ ही गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों में एक महिला। उसकी बेटी और एक नाबालिग भी शामिल हैं।
पुलिस द्वारा इलाके में विदेशी नागरिकों के खिलाफ अभियान चलाया हुआ था। इसी कड़ी में 28 जनवरी को पहाड़गंज थाना इलाके के संगतराशन इलाके में किराए पर रह रहे तीन संदिग्धों की जब जांच की गई। तो वो लगातार भारतीय नागरिक होने का दावा करते हुए आधार कार्ड, पैन कार्ड और अन्य दस्तावेज दिखाए गए, लेकिन जब दस्तावेजों की गहन तरीके से जांच की गई, तो सभी दस्तावेज फ़र्ज़ी पाए गए थे, साथ ही शक के आधार पर पुलिस ने उनके कमरे की तलाशी की, तो उनके पास से दो बांग्लादेशी पासपोर्ट, एक बांग्लादेशी शिक्षा बोर्ड की मार्कशीट,आधार कार्ड, कई बैंकों की चेकबुक, बरामद किए गए थे। पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों में से एक महिला जोहरा खातून ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि वो20 साल पहले बांग्लादेश के बेनापोल बॉर्डर से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थी, साथ ही अक्टूबर 2020 में उसने स्वीटी सरकार के नाम से फर्जी भारतीय पासपोर्ट बनवाया था, जिसमें उसने अपना पता छतरपुर एन्क्लेव और जन्म स्थान दिल्ली दिखाया था। इसके अलावा ज़ोहरा खातून के पास से आधार कार्ड, पैन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड भी बरामद कर लिए गए है।
पुलिस ने बताया कि जोहरा खातून आरके आश्रम मेट्रो स्टेशन के पास एक ट्रैवल कंसल्टेंसी कंपनी में काम कर रही थी, साथ ही एक और बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद अली अमीन (23 वर्ष) निवासी जिला भोला, बांग्लादेश को भी पकड़ा। मो अली अमीन भी दिसंबर 2024 में वीजा खत्म होने के बाद भी अवैध रूप से भारत में रह रहा था। जिसे एफआरआरओ के ज़रिए डिपोर्ट करने की कार्यवाही भी शुरू की हुई है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक पकड़ी गई बांग्लादेशी महिला ज़ोहरा खातून ने बीते नगर निगम चुनावों में वोट भी डाला था।