गाजियाबाद,
राज्यकर विभाग (जीएसटी) के पोर्टल पर लगी फिल्टर एआई के माध्यम से बिल में एक रुपये के अंतर को भी पकड़ लिया जा रहा है। एआई के माध्यम से अब तक करीब 250 करोड़ के कर में गड़बड़ी पकड़ी गई है। इसके लिए संबंधित व्यापारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जा रहा है।
व्यापारियों के सही बिल दिखाने पर उन्हें जांच के दायरे से बाहर कर दिया जा रहा है। वहीं, कई ऐसे भी व्यापारी मिले हैं जिन्होंने सही बिल शो नहीं किया है। उनके टैक्स की दोबारा से गणना की जाएगी। एआई के माध्यम से जीएसटी आर से लेकर जीएसटी आर-3 बी तक के आकड़ों का मिलान किया जा रहा है।
इसके अलावा ई-वे बिल का निकलने वाले माल के साथ मिलान किया जा रहा है। इसमें कम अधिक माल कम बिल के साथ तो नहीं निकल गया है। इससे पहले राठी स्टील में भी एआई के माध्यम से नौ करोड़ रुपये की कर चोरी पकड़ी गई थी। उसने अधिक माल बेचकर बिल में कम दिखाया था। जिसके कारण यह गड़बड़ी राज्यकर के अधिकारियों को पता चली थी।