नोएडा।
साइबर ठगों ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एक सोसाइटी में रहने वाले रेलवे अधिकारी से 30 लाख रुपए की ठगी कर ली। शेयर बाजार में निवेश कर मोटा मुनाफा के झांसे में आकर पीड़ित एक माह पहले ठगों के संपर्क में आए थे। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में पहुंचकर शिकायत दी। पुलिस ठगों की पहचान और तलाश में जुटी है। रेलवे अधिकारी ने साइबर क्राइम थाने में दी शिकायत में बताया कि करीब एक महीने पहले उनके मोबाइल के वॉट्सऐप पर एक मैसेज आया था। मैसेज में शेयर बाजार में निवेश संबंधी जानकारी थी। उन्होंने दिये मोबाइल नंबर पर संपर्क किया तो ठगों ने शेयर बाजार के एक्सपर्ट से प्रशिक्षण दिलाकर मोटा मुनाफा कमाने का लाभ दिलाने के बारे में बताया। उनका नंबर एक वॉट्सऐप ग्रुप पर जोड़ दिया। ऑनलाइन क्लास देकर प्रशिक्षण देना शुरू किया। ग्रुप में लोगों के रिव्यू भी स्क्रीन शाट के माध्यम से साझा किये। रोजाना 10-20 % तक लाभ होने पर यकीन होने लगा। कंपनी की एप पर खाता भी खोल दिया गया। प्रशिक्षण देकर छोटा-छोटा निवेश कराना शुरू किया। शुरुआत में एप से रुपए अपने खाते में ट्रांसफर किये तो पूरी धनराशि बैंक खाते में आ गई। इससे कंपनी पर विश्वास होने गया। रेलवे अधिकारी ने कभी एक लाख तो कभी पांच लाख रुपए तक निवेश करना शुरू किया। इस तरह से 30 लाख रुपए निवेश कर दिये। रुपया की जरूरत होने पर कुछ धनराशि निकालनी चाही लेकिन निकासी के लिए टैक्स के रूप में अतिरिक्त धनराशि की मांग की गई। रेलवे अधिकारी को अपने साथ ठगी होने का एहसास हुआ तो ठगों ने संपर्क बंद कर लिया। उन्होंने तत्काल साइबर हैल्प डेस्क नंबर पर शिकायत की और सोमवार को साइबर क्राइम थाने पहुंचकर लिखित में शिकायत की। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने ठगों के बताए बैंक खातों में धनराशि भेजी। उन्होंने 30 लाख रुपए की धनराशि 20 बार में ठगों के बताए खातों में डाली। उन्होंने अपने बैंक खातों के अलावा ठगों के बैंक खाते, ऐप, ऐप पर खोले खाते आदि संबंधी जानकारी साइबर पुलिस से साझा की। डी सीपी साइबर क्राइम प्रीति यादव ने बताया कि शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जा रही है।