नई दिल्ली।
पूर्वी दिल्ली स्थित शाहदरा जिले के आनंद विहार इलाके में 2 युवकों के अपहरण की घटना को अंजाम दिया गया। पीड़ित आर्यन शर्मा और तनिष्क का अपहरण उन्हीं की गाड़ी में किया गया। दरअसल कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने ये अपहरण रंगदारी के लिए किया था। इस घटना की सूचना पीड़ितों के तीसरे साथी आशुतोष शर्मा ने पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू की। की
22 अक्टूबर 2024 को आनंद विहार पुलिस स्टेशन में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई, जिसमें यह जानकारी दी गई कि कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने शिकायतकर्ता के दोस्तों से पैसे की मांग की है. पुलिस की टीम, जिसमें आईओ/एसआई प्रियांक और हेड कांस्टेबल विकास शामिल थे, तुरंत मौके पर पहुंची. वहां उन्हें आशुतोष शर्मा नामक एक गवाह मिला, जिसने बताया कि उसके दोस्तों का अपहरण कर लिया गया है और उन्हें सीलमपुर की ओर ले जाया गया है.
पुलिस की कार्यवाही में पता चला कि आर्यन, आशुतोष मिश्रा और तनिष्क राजमणि बिटोक्स नामक एक कंपनी में निवेश करते थे, जो बिटकॉइन के कारोबार का दावा करती है। आर्यन ने फरीद से 2 लाख रुपये उधार लिए थे, लेकिन उन्हें नुकसान हुआ और वे फरीद को पैसे वापस नहीं कर पाए। इससे पहले, फरीद ने आर्यन का मोबाइल फोन और घड़ी छीन ली थी। जैसे ही आर्यन ने फरीद से अपनी चीजें वापस मांगी, अपहरण की घटना घटित हुई।
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पुलिस के मुताबिक आर्यन और तनिष्क को जबरन कार में बिठाकर ले जाया गया और उन्हें कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया, जिसके बाद आरोपियों ने 40,000 रुपये की रंगदारी भी वसूल की। आशुतोष ने भागकर पुलिस को इस घटना की सूचना दी, जिस पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आर्यन की लोकेशन का पता लगा लिया।आईओ/एसआई प्रियांक के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की। हालांकि, कुछ आरोपी मौके से भागने में सफल रहे लेकिन पुलिस ने आर्यन से 30,000 रुपये भी बरामद किए।