नई दिल्ली।
दिल्ली का प्रसिद्ध थोक बाज़ार जिसे सदर बाज़ार के नाम से जाना जाता है। जहां हर साल की तरह इस साल भी दिवाली का बाज़ार जोर शोर से सजता है। सभी लोग बड़े ही उत्साहित रहते हैं चाहे स्थानीय दुकानदार हो या ग्राहक। लेकिन इसी उत्साहजनक वातावरण के बीच एक निराशाजनक परिस्थिति उत्पन्न हो गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। इस वीडियो में महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की और महिलाओं से अभद्रता करने की तस्वीरें देखी जा सकती हैं, जो भगदड़ की स्थिति में जान बचाना मुश्किल बना देती हैं। सदर बाजार में भीड़ का भयावह दृश्य कुतुब रोड का है, जहां लोग दिवाली की खरीदारी के लिए उमड़ पड़े हैं। ये वीडियो सामने आने के बाद सीधे तौर पुलिस प्रशासन पर उंगलियां उठ रही हैं।
सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल:
सोशल मीडिया पर सदर बाजार का वायरल वीडियो इतना भयानक है कि जो भी देखेगा एक बार तो भयभीत हो ही जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि भीड़ में लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरे जा रहे हैं। यहां तक कि महिलाओं के साथ भी धक्का-मुक्की हो रही है। भीड़ के हालात इस कदर है कि इस भीड़ में संभलना और भीड़ को संभालना दोनों ही नामुमकिन से प्रतीत होते दिख रहे हैं। सड़क किनारे दुकानों पर लोग गिर रहे हैं, दुकान वाले लोगों को पीछे धकेलते दिख रहे हैं। इतनी भीड़ में कई लोगों के होश उड़े हुए हैं। वीडियो में जो मंजर दिख रहा है, उसे देख अंदाजा हो जाएगा कि अगर कहीं भगदड़ मची तो कब क्या हो जाए कुछ नहीं कहा जा सकता।
स्थिति और खराब होने की आशंका:
इस घटना के बाद, स्थानीय लोगों में डर और चिंता का माहौल है. लोगों का कहना है कि यदि पुलिस व्यवस्था में सुधार नहीं होता है, तो भगदड़ की स्थिति में जान बचाना मुश्किल हो जाएगा। इस मामले में दिल्ली पुलिस को जल्द से जल्द जवाब देना चाहिए और अपनी व्यवस्था में सुधार करना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। इस वक्त सदर बाजार में जो भीड़ दिखाई दे रही है, उसमें भगदड़ की स्थिति में हालात बेहद खराब हो सकते हैं। इसलिए ऐसी किसी स्थिति से बचने के लिए पूरे बंदोबस्त होने चाहिए।
दिल्ली पुलिस सवालों के घेरे में:
दिल्ली पुलिस की व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं, क्योंकि हर साल दिवाली के मौके पर सदर बाजार में भीड़ उमड़ती है, लेकिन पुलिस व्यवस्था की कमी के कारण यहां भगदड़ की स्थिति पैदा हो सकती है।स्थानीय लोगों का कहना है कि “पुलिस को पहले से ही इस तरह की स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए था।” दिल्ली पुलिस से इस मामले में जवाब मांग गया है, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह घटना दिल्ली पुलिस की व्यवस्था पर सवाल उठाती है और यह दर्शाती है कि पुलिस को अपनी व्यवस्था में सुधार करने की आवश्यकता है।