नई दिल्ली।
उत्तर भारत में रामलीला का आयोजन भक्ति और श्रद्धापूर्वक मनाया जा रहा है। बात करें देश की राजधानी दिल्ली की तो यहां अलग-अलग इलाकों में भी रामलीला उत्सव का कार्यक्रम नवरात्रों के दिनों में नौ दिनों तक चलता है और चल भी रहा है। जी हां, दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हो रही रामलीला अब अपने अंतिम दौर में चल रही है। दिल्ली में रामलीलाएं हर साल अपने अलग अंदाज में देखने को मिलती हैं। ऐसा ही एक अलग अंदाज़ पंजाबी बाग ईस्ट में हो रही रामलीला में देखने को मिल रहा है। जहां रावण का किरदार निभाने वाले कलाकार खास तौर पर अपने परिवार को छोड़कर ऑस्ट्रेलिया से यहां आए हैं। वही अंगद का किरदार निभाने वाले जाने वाले मंदिर के पुजारी है।
ऑस्ट्रेलिया से आया रावण, वहीं अंगद बना झंडेवालान मंदिर का पुजारी
रावण का किरदार निभाने वाले वेद प्रकाश वर्मा जिनका ज्वेलरी का व्यवसाय है लेकिन पिछले कुछ समय से वह ऑस्ट्रेलिया अपने बच्चों के पास गए हुए थे लेकिन जैसे ही रामलीला का मंचन शुरू हुआ वह इस किरदार को निभाने के लिए यहां आ गए। वहीं, झंडेवालान मंदिर में पुजारी के तौर पर काम करने वाले आचार्य श्रीकांत शर्मा इस रामलीला में कई सालों से जुड़े हुए हैं लेकिन इस बार वो अंगद का किरदार निभा रहे हैं और उनका कहना है कि मंदिर में ड्यूटी करने के साथ-साथ रामलीला के मंचन में हिस्सा लेना चुनौती भरा था लेकिन माता रानी की कृपा से सब हो रहा है।
दोनों कलाकार अपने किरदार को निभाते हुए काफी खुश नजर आए।उनका कहना था कि यहां रामलीला में मंचन करना बहुत सौभाग्य की बात है और भगवान की कृपा से लगातार मंचन का हिस्सा बन रहे हैं और उनका कहना है यह बस एक आस्था और जुनून है जिसकी वजह से वो रावण का किरदार पिछले 24 साल से निभा रहे हैं। वाकई अलग-अलग रामलीलाओं में रामलीला के अलग-अलग पात्र का किरदार निभाने वाले कलाकार की भी अपनी अलग ही कहानी है, जो इन रामलीला के मंचन को और भी दिलचस्प बनती है और इसे देखने आने वाले दर्शक भी मंत्र मुक्त होते हैं।