नई दिल्ली।
भारत में युवाओं के लिए बेरोजगारी एक गंभीर समस्या बनी हुई है, विशेषकर सौंदर्य और स्वास्थ्य क्षेत्र में। इस क्षेत्र ने साबित किया है कि यह तेजी से बढ़ रहा है और रोजगार के कई अवसर प्रदान करता है, विशेषकर टीयर 1, 2 और 3 शहरों में।
MSU और ओरेन का नया समझौता
इस दिशा में, मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी (MSU) और ओरेन इंटरनेशनल ने आज एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है, जिसका उद्देश्य कौशल अंतर को पाटना और उच्च शिक्षा को बढ़ावा देना है।
उद्योग-संरेखित B.Voc पाठ्यक्रम का लाभ
इस साझेदारी के तहत, MSU उद्योग-संरेखित यूजीसी-मान्यता प्राप्त बैचलर ऑफ वोकेशन (B.Voc) पाठ्यक्रम प्रदान करेगा। यह पाठ्यक्रम सौंदर्य प्रसाधनों और कलात्मकता में विशेषज्ञता विकसित करेगा। असंगठित और कौशल-प्रधान उद्योग में पेशेवरों की औपचारिक योग्यता की कमी को देखते हुए, यह पहल महत्वपूर्ण है।
ओरेन का योगदान: NEP 2020 के अनुरूप पाठ्यक्रम
श्री दिनेश सूद, सह-संस्थापक, ओरेन इंटरनेशनल ने कहा, “यह सहयोग राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप डिज़ाइन किए गए उद्योग-इमर्सिव पाठ्यक्रमों की श्रृंखला प्रदान करेगा। पाठ्यक्रम का 70% हिस्सा व्यावहारिक प्रशिक्षण पर केंद्रित होगा।”
उच्च शिक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
मेधावी स्किल्स यूनिवर्सिटी के संस्थापक श्री प्रवेश दुदानी ने इस साझेदारी को असंगठित सौंदर्य और कल्याण क्षेत्र को औपचारिक बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा, “यह छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए एक स्पष्ट मार्ग प्रदान करेगा, जिससे वे व्यावहारिक कौशल के साथ सैद्धांतिक ज्ञान भी प्राप्त कर सकेंगे।”
सौंदर्य और स्वास्थ्य क्षेत्र में नए अवसर
इस महत्वपूर्ण पहल से सौंदर्य और स्वास्थ्य क्षेत्र में औपचारिक शिक्षा और कौशल सत्यापन का मार्ग प्रशस्त होगा, जिससे छात्रों और पेशेवरों के लिए नए अवसर पैदा होंगे।