नई दिल्ली।
Atishi takes over as CM, Kejriwal’s vacant chair will remain next to him :- दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को दिल्ली सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय का कार्यभार संभाल लिया। पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से ही कार्यालय बन्द था। हालांकि मुख्यमंत्री कार्यालय में जिस कुर्सी पर अरविंद केजरीवाल बैठते थे, उस कुर्सी पर आतिशी नहीं बैठीं। उस कुर्सी को खाली कर उसके बगल में एक कुर्सी पर आतिशी बैठीं और कार्यभार संभाला।
कार्यभार संभालने के बाद आतिशी ने कहा कि जिस तरह भगवान राम वनवास गए थे और भारत ने अयोध्या में उनका खड़ाऊं रखकर शासन चलाया था, वह अगले 4 महीने इसी तरह दिल्ली सरकार चलाने की कोशिश करेंगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री की ये कुर्सी अरविंद केजरीवाल की है और मुझे पूरा भरोसा है कि आने वाले 4 महीने बाद के चुनाव में दिल्ली वाले फिर से अरविंद केजरीवाल को कुर्सी पर बिठाएंगे और ये कुर्सी इसी कमरे में रहेगी और अरविंद केजरीवाल का इंतजार करेगी।
बता दें कि सीएम पद की शपथ के बाद ही आतिशी ने मंत्रालयों का बंटवारा भी कर दिया था। हालांकि अरविंद केजरीवाल जब मुख्यमंत्री थे तो अपने पास कोई विभाग नहीं रखते थे, लेकिन आतिशी ने दिल्ली सरकार के तकरीबन सभी प्रमुख विभाग अपने पास रखीं हैं. दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के पास 13 विभागों की जिम्मेदारी है। आतिशी के पास वित्त, शिक्षा पावर और जल समेत 13 विभाग है।
बीजेपी ने बताया ड्रामा:
विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी का मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठते ही ड्रामा शुरू हो गया। दिल्ली की जनता की समस्याओं के तरफ कोई ध्यान नहीं, सिर्फ राजनीति करना और संविधान का उल्लंघन करना है। आतिशी ने जिस तरह से अरविंद केजरीवाल की कुर्सी अपने पास रखी है, यह बहुत हास्यास्पद है। यह सब केजरीवाल के कहने पर हो रहा है। केजरीवाल के मन में जो इनसिक्योरिटी है, उस इनसिक्योरिटी के लिए सब ड्रामा किया जा रहा है। यह संविधान का उल्लंघन है। केजरीवाल अपनी इनसिक्योरिटी के लिए मुख्यमंत्री से इस तरह की खाली कुर्सी रखवाते हैं।