दिल्ली।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे अगले तीन महीने में आरंभ हो जायेगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) इस एक्सप्रेसवे को यातायात के लिए खोलने की योजना बना रहा है। जिसके बाद दिल्ली से देहरादून का सफर मात्र 2.5 घंटे में पूरा किया जा सकेगा।
इस एक्सप्रेसवे की कुल लागत 14,000 करोड से ज्यादा
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे शुरू होने के बाद जहां दिल्ली के अक्षरधाम से देहरादून तक की यात्रा ढाई घंटे में पूरी हो जाएगी, तो वहीं हरिद्वार की यात्रा 2 घंटे में तय की जाएगी। एक्सप्रेसवे में सिर्फ़ हरिद्वार को जोड़ने वाला लिंक मई 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा। 264 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे और हरिद्वार लिंक की कुल लागत लगभग 14,285 करोड़ रुपये है। इसे पूरा करने के लिए NHAI को अतिरिक्त 5 महीने का समय और लगेगा। सूत्रों से जानकारी मिली है कि भूमि संबंधी सभी मुद्दे सुलझा लिए गए हैं, NHAI के अनुसार लगभग दिसंबर 2024 तक दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे पर यातायात शुरू हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सड़क परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों ने हाल ही में हुई एक बैठक में सड़क परिवहन मंत्रालय को बिना किसी देरी के इस परियोजना को पूरा करने का निर्देश देते हुए इस बात की जानकारी दी है।
एनएचएआई के सूत्रों ने संकेत दिया है कि अक्षरधाम से ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (ईपीई) इंटरचेंज तक फैले एक्सप्रेसवे का पहला चरण इस वर्ष नवंबर तक यातायात के लिए चालू कर दिया जाएगा। पहले चरण का सेक्शन दिल्ली में गीता कॉलोनी, शास्त्री पार्क और सोनिया विहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में विजय विहार, कासिम विहार और मंडोला जैसे इलाकों से होकर गुजरता है। इस सेक्शन के खुलने से कई यात्रियों को रोज़ाना लगने वाले ट्रैफिक जाम से राहत मिलने की उम्मीद है।
नहीं होगा अपने आप में किसी चिड़िया घर से कम
यह एक्सप्रेसवे घने जंगल के बीच से होकर गुजरेगा और इसमें देहरादून से दिल्ली का सफर ढाई घंटे में पूरा होगा। 571 पिलर पर बनने वाला यह अनोखा एक्सप्रेसवे भारत का चलता फिरता चिड़ियाघर है। इस एक्सप्रेसवे में एक विशेष वन्यजीव कॉरिडोर बनाया जा रहा है। राजाजी नेशनल पार्क से जुड़े इस कॉरिडोर में जानवरों की आवाजें सुनाई दे सकती हैं। सफर के दौरान मुसाफिरों को कई जंगली जानवर देखने को भी मिलेंगे।
