नोएडा।
जेवर में बन रहे एशिया के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट की सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला किया है गृह मंत्रालय ने जेवर एयरपोर्ट की सुरक्षा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को सौपें जाने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। ग्रेटर नोएडा के पास जेवर में एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट जेवर एयरपोर्ट नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण तेज गति से चल रहा है।
अब फ्लाइट उड़ने की शुरुआत अप्रैल 2025 से
जेवर एयरपोर्ट से पहले फ्लाइट दिसंबर 2024 में उडऩे की तैयारी थी, लेकिन निर्माण कार्य में देरी के चलते यह सीमा बढ़ाकर अप्रैल 2025 कर दी गई है। अप्रैल 2025 के अंत तक जेवर एयरपोर्ट से पैसेंजर फ्लाइट्स का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। एयरपोर्ट उपकरणों की जांच के लिए सितंबर व अक्टूबर में इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम की जांच होगी। जबकि दिसंबर में वैलिडेशन और टेस्ट फ्लाइट के बाद एरोड्रम लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाएगा।
जेवर एयरपोर्ट की सुरक्षा सीआईएसएफ के हवाले, गृह मंत्रालय ने दी मंजूरी
एयरपोर्ट पर सुरक्षा संबंधी मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में लखनऊ में बैठक हुई। जिसमें गृह मंत्रालय को प्रस्ताव भेजने पर सहमति बनी थी कि जेवर एयरपोर्ट की सुरक्षा सीआईएसएफ के हवाले की जाए। यह प्रस्ताव गृह मंत्रालय को भेजा गया था। इस प्रस्ताव को गृह मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया है की सुरक्षा बल के जवानों के रहने के लिए व्यवस्था यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा की जाएगी।
ग्रेटर नोएडा के पास जेवर में निरवाना दिन जेवर एयरपोर्ट की सुरक्षा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल सीआईएसफ को सौंपी गई है। सीआईएसएफ के 1047 जवान एयरपोर्ट की सुरक्षा की कमान संभालेंगे। जेवर एयरपोर्ट की सुरक्षा का जिम्मा गृह मंत्रालय ने सीआईएसएफ को सौंपा है। एयरपोर्ट की सुरक्षा की कमान संभालने वाले जवानों को दो श्रेणी में आवास आवंटित किए जाएंगे। इसके तहत अविवाहित जवानों के लिए छात्रावास की तरह सुविधा मौजूद रहेगी। जबकि शादीशुदा जवानों के परिवार को ध्यान में रखते हुए आवासीय सुविधा प्रदान की जाएगी।