नई दिल्ली।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर महिला से दोस्ती करना एक बुजुर्ग को इतना भारी पड़ गया कि पूरे 25 लाख रुपये की ठगी का शिकार हो गया।
मिली जानकारी के अनुसार 67 साल के बुजुर्ग ने पुलिस को बताया कि पिछले महीने सोशल मीडिया के फेसबुक अकाउंट पर मिली एक कथित महिला की फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लिया था। इसके बाद 28 जुलाई को उनको कथित महिला के एफबी अकाउंट से एक वीडियो कॉल की गई जिसमें महिला ने अपने कपड़े उतार दिए थे जिसके बाद महिला ने दावा किया कि बुजुर्ग का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया गया है। बुजुर्ग के मुताबिक जैसे ही उन्होंने कॉल को ऑन किया और उसको देखा तो तुरंत कॉल डिस्कनेक्ट कर दी।
इसके बाद पीड़ित शख्स को तुरंत एक मैसेज रिसीव हुआ। इस मामले में सेंडर ने अश्लील वीडियो होने का दावा किया और धमकी दी गई कि अगर उन्होंने मांगी गई रकम नहीं दी तो वो इस वीडियो को वायरल कर देंगे। इसके बाद अगले दिन उनको कथित तौर पर एक और अन्य शख्स का फोन आता है जिसमें खुद को साइबर क्राइम ब्रांच का एसीपी होने का दावा किया जाता है। इस कॉल के बाद पीड़ित काफी डर गए। जिसके बाद जालसाज ने कहा कि वह वीडियो अपलोड करने से बचना चाहते हैं तो उनको किसी अन्य अधिकारी से इस मामले पर बात करने की जरूरत नहीं है। इसके बाद शिकायतकर्ता ने जिस नंबर से फोन आया था, उस पर डायल किया। इस दौरान फर्जी एसीपी की तरफ से पीड़ित से कहा गया कि अगर वीडियो को सर्कुलेट होने से रोकना है तो वह 61,650 रुपए की दो पेमेंट कर दें।
लगातार होती रही ठगी:
जालसाज के झांसे में फंसने के बाद पीड़ित बुजुर्ग वैसा वैसा करते चले गए जैसे जैसे आरोपी कहते जा रहे थे। इस रकम के ट्रांसफर होने के बाद पीड़ित को एक और कॉल मिलती है जिसमें मोबाइल कंपनी की ओर से डिवाइस को ब्लॉक करने की बात कही गई जिसके लिए उनसे 1.75 लाख रुपए की पेमेंट करने की डिमांड की गई। इसके बाद उन्होंने इसकी पेमेंट भी कर दी। जालसाज ने फिर उनको और पेमेंट के लिए एक और कॉल एक अन्य पुलिस अधिकारी के रूप में बताते हुए की। उन्होंने अब पीड़ित को कहा कि एक टीम उनकी गिरफ्तारी के लिए रवाना हो रही है क्योंकि जिस महिला ने फेसबुक रिक्वेस्ट भेजी थी, उसने सुसाइड कर लिया है। सुसाइड में नोट में उनका (पीड़ित) का नाम भी शामिल है। इससे वह और डर गए और इस पर आरोपी ने पैसा जमा करने के लिए कहा।
पीड़ित ने अपनी शिकायत में दावा किया कि 28 जुलाई से 12 अगस्त के बीच की गई कई कॉल के जरिए उनसे अलग-अलग तरीके से रकम ऐंठने का काम किया है। इस सबके बाद वह कथित तौर पर 25 लाख रुपए का भुगतान इन साइबर क्रिमिनलों को कर चुके हैं। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।