अलवर।
कई लाख रुपए की दवा पशु अस्पतालों में पहुंची ही नहीं और वाउचर भिजवा दिए। ये वाउचर भी पिछले साल नवंबर व दिसंबर 2023 और जनवरी 2024 में भेजे हैं। अब संयुक्त निदेशक स्तर पर जिले भर के अस्पतालों से वाउचर पर रिसिप्ट मांगी है। मतलब साफ है बिना दवा भेजे वाउचर भेज दिया। यहां से रिसिप्ट मिलते ही दवा को खपना मान लिया जाएगा। आगे बिना दवा आए भुगतान हो जाएगा। यह मामला राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ ने एक दिन पहले ही अलवर कलेक्टर को शिकायत कर उठाया। उसके बाद शिकायत करने वालों से जवाब मांगा गया है। वहीं मामले की जांच भी शुरू हो गई है।
पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष रामजीलाल यादव व जिला मंत्री सुरेश चंद शर्मा ने बताया कि पशुपालन विभाग कार्यालय संयुक्त निदेशक के जिला औषधि भण्डार में बड़ी गड़बड़ी जारी है। भण्डार अधिकारी की ओर से 2023-24 में जिले के अधीनस्थ पशु अस्पतालों को बैगर औषधियां वितरित किए वाउचर जारी कर दिए। पीछे की तारीख में वाउचर ऑनलाइन दिए गए हैं। जबकि किसी भी असपताल को वाउचर के आधार पर दवा नहीं भेजी गई। अब पशु अस्पताल प्रभारी डॉकटरों पर भंडार में प्रविष्ठि करने व दर्शाने का दबाव है। दूसरी तरफ पशु अस्पतालों में दवाएं नहीं है। इधर, बिना दवा भेजे वाउचर जारी कर दवाओं में घोटाला किया जा रहा है। इस मामले की जांच करने पर पूरा खुलासा हो जाएगा।
रिपोर्ट-मनोहर लाल शर्मा