नई दिल्ली।
राजधानी दिल्ली के अस्पतालों में हड़ताल खत्म होने के बाद शुक्रवार को 11 दिन बाद ओपीडी, इलेक्टिव सर्जरी और लैब सेवाएं शुरू हुईं तो विभिन्न अस्पतालों में ईलाज कराने के लिए मरीजों और तीमारदारों की भारी भीड़ जमा हो गई। शुक्रवार को राजधानी के सभी बड़े अस्पतालों लोकनायक, जीटीबी, जीबी पंत, गुरू नानक आई केयर, डॉक्टर हेडगेवार आरोग्य संस्थान, राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी , दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान, राम मनोहर लोहिया और लाल बहादुर शास्त्री सहित सभी सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में रेजिडेंट डॉक्टरों ने ओपीडी में ड्यूटी ज्वाइन कर ली।
एम्स में शुरू हुई सर्जरी-लैब सेवाएं:
हड़ताल खत्म होने के बाद एम्स में पहले की तरह तमाम डिपार्टमेंट्स, सेवाएं और ओपीडी सुचारु रुप से चल रही हैं। लैब की सुविधा भी शुरू कर दी गई है। अस्पताल में इलाज कराने आए मरीजों ने कहा कि हमें आज अस्पताल में इलाज कराने में कोई समस्या नहीं आई बड़ी आसानी के साथ हमने अपना चेकअप और इलाज करवाया कुछ लोगों ने बताया कि आज डॉक्टर मरीजों को देख रहे हैं लेकिन शुक्रवार के दिन भीड़ काफी अधिक रही।
लोकनायक अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि सभी रेजीडेंट डॉक्टरों ने अपनी अपनी ड्यूटी ज्वाइन करके ओपीडी लैब और सर्जरी में काम शुरू कर दिया है। इसके बाद अस्पताल में आने वाले मरीजों को देखा गया और सर्जरी भी की गई। इसी तरह इहबास हॉस्पिटल में भी अच्छी संख्या में मरीज पहुंचे और उन्हें ओपीडी में देखकर डॉक्टरों ने दवाइयां लिखी और दवाई वितरण काउंटर से उन्हें दवाइयां भी दी गई। अन्य अस्पतालों की तुलना में इहबास में अच्छी संख्या में मरीज पहुंचे थे। बता दें कि इहबास मानसिक रोगियों और न्यूरो संबंधी समस्याओं का अस्पताल है। इसलिए यहां पर मनोरोग की दिल्ली की सबसे बड़ी ओपीडी चलती है। यहां दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश व हरियाणा के अलग अलग जिलों से बड़ी संख्या में मरीज आते हैं।
वहीं कैंसर संस्थान में भी चिकित्सा सेवाएं सुचारू रही। इसी तरह ज़ीटीबी और डॉक्टर हेडगेवार आरोग्य संस्थान में भी मरीजों की संख्या ठीक रही। यहां भी ओपीडी सहित सभी सेवाएं सुचारू रहीं।