नई दिल्ली।
दिल्ली सरकार की तरफ से स्वतंत्रता दिवस पर जारी विज्ञापन में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की फोटो नहीं होने पर सूचना और प्रचार मंत्री आतिशी ने कारण बताओ नोटिस जारी कर विभाग के तीन अधिकारियों से तीन दिन के भीतर यह बताने को कहा गया है कि विज्ञापन जारी करने के मद में खर्च राशि क्यों ना उनके वेतन से वसूली जाए ?
मंत्री आतिशी ने कारण बताओ नोटिस में कहा है कि विभाग ने यह विज्ञापन बिना उनकी मंजूरी के प्रकाशित किया है। दिल्ली की सूचना और प्रचार मंत्री आतिशी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 14 अगस्त को विभाग को पिछले साल की तरह ही अखबारों में पूरे पेज का विज्ञापन देने का निर्देश दिया था। उसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तस्वीर लगाने को भी मंजूरी दी थी। आतिशी ने निर्देश दिया था कि उनके द्वारा स्वीकृत विज्ञापन के अलावा कोई अन्य विज्ञापन विभाग द्वारा जारी नहीं की जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
स्वतंत्रता दिवस के लिए फुल पेज की बजाय हाफ पेज का विज्ञापन विभाग ने जारी किया और उसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की फोटो नहीं लगाई गई जिस पर मंत्री ने नोटिस जारी किया है। मंत्री द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि विज्ञापन में मुख्यमंत्री की फोटो को लेकर सख्त निर्देश के बावजूद सूचना एवं प्रचार निदेशालय ने 15 अगस्त को बिना तस्वीर के विज्ञापन जारी किया, वह भी आधे पेज का। यह मंत्री के निर्देशों का उल्लंघन है और जो जानबूझकर की गई आदेश की अवहेलना है।
75,14,607 रुपए के छपे विज्ञापन:
बताया जा रहा है कि विभाग ने जो विज्ञापन जारी किया है इस मद में 75,14,607 रुपए खर्च हुए हैं। नोटिस में दिल्ली सरकार के अधिनियम का हवाला देते हुए कहा गया है कि सूचना एवं प्रसारण मंत्री निर्णय लेने या निर्देश पारित करने के लिए अधिकृत हैं। और विभाग से संबंधित व्यवसाय के निपटान के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं। ऐसे में विज्ञापन मद की राशि अधिकारियों के वेतन से क्यों ना वसूली जाए ?