नई दिल्ली।
Rajendra nagar IAS Coching accident:- राजेन्द्र नगर हादसे में 3 छात्रों की मौत के बाद सियासत भी शुरू हो चुकी है। ओल्ड राजेंद्र नगर में यूपीएससी छात्रों के प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी से ही राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल छात्रों के बीच पहुंचीं ,हालांकि छात्रों ने वापस जाओ की नारेबाजी कर वहां कोई विशेष राजनैतिक हरकत तो नहीं होने दी। बावजूद इसके स्वाति ने कुछ छात्रों से बातचीत कर उन्हें ढांढस बंधाया। इसके बाद स्वाति ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘राजधानी में तीन छात्रों की बेसमेंट डूबने से हुई मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा? बता रहे है स्टूडेंट दस दिन से बारे बार ड्रेन साफ करने की डिमांड कर रहे थे, पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। अवैध बेसमेंट बिना भ्रष्टाचार के कैसे चल सकते हैं, एक्स्ट्रा फ्लोर कैसे डल जाते हैं, कैसे हो सकता है कि बिना पैसे खाये सड़क-नालियों के ऊपर कब्जे हो जाते हैं। स्पष्ट है कि कोई सेफ्टी रूल्स को पालन करने की जरूरत नहीं, पैसा दो, काम हो जाता है। बस हर दिन AC रूम में बैठके “इम्पोर्टेन्ट प्रेस कांफ्रेंस” करते रहो। ग्राउंड पर कोई काम करने को तैयार नहीं है। कुछ दिन पहले पटेल नगर में करंट लगने से हुई मौत से भी कुछ नहीं सीखा?’
अस्पताल पहुंची स्वाति मालीवाल:
हादसे में घायलों का हाल जानने के लिए दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंची स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि
“मैं अभी राजेंद्र नगर की घटना में जान गँवाने वाली दोनों बेटियों के परिवार से RML हॉस्पिटल में मिली।
एक बेटी 25 साल की थी जिसके पिता जी उत्तर प्रदेश में किसान हैं। दूसरी बेटी भी सिर्फ़ 21 वर्ष की थी।
दोनों परिवार बुरे हाल में हैं और उनकी सिर्फ़ माँग है कि दोषियों को सख़्त सज़ा हो। वो बार बार बोल रहे है कि किसी और के साथ ऐसा न हो। बहुत दुख की बात है कि अभी भी दिल्ली सरकार के मंत्री, MCD मेयर, विधायक और पार्षद – कोई भी उनसे मिलने नहीं आया है। बस AC में बैठ के ट्वीट कर रहे हैं।
मंत्री और मेयर को इनके पास आके माफ़ी माँगनी चाहिए, इन्हें बताओ इंसाफ़ कैसे मिलेगा और इन्हें 1 करोड़ का मुआवज़ा देना चाहिए।
इस मुद्दे को संसद में उठाऊँगी, मेरा वादा है इन्साफ़ मिलने तक लड़ाई लड़ूँगी।”
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बीजेपी भी साधा निशाना :
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ” वहां जो हुआ है वह कोई हादसा नहीं बल्कि हत्या है। बेसमेंट में लाइब्रेरी कैसे चल रही थी? पहले जो जांच बिठाई गई थी उसका क्या हुआ? इस घटना को लेकिन दिल्ली के मंत्रियों में वहां (घटना स्थल पर) जाने की हिम्मत नहीं हो रही है। इस पूरे घटना में आप लोग (दिल्ली सरकार) शामिल हैं।
वहीं बीजेपी नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘राजेंद्र नगर में दुर्भाग्यपूर्ण मौतों को टाला जा सकता था, अगर आप नियंत्रित एमसीडी ने नालों की सफाई की होती, जो मानसून से पहले एक अनिवार्य अभ्यास है। यह शासन की भारी विफलता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप नेताओं पर आपराधिक लापरवाही का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।