नई दिल्ली।
Delhi left empty handed in Union Budget, AAP leaders angry :- मंगलवार को केंद्रीय बजट में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पूरी तरह खाली हाथ रह गई। दिल्ली की अनदेखी की हद तो ये हुई कि अपने पूरे बजट अभिभाषण में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने दिल्ली का जिक्र तक नहीं किया। दिल्ली की खाली झोली लर दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने कड़ा रुख दिखाया है।
ये भी पढ़ें:- अरे वाह 3 लाख की सैलरी पर अब कोई टैक्स नहीं। जानिए कैसे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के लिए हमने 10 हज़ार करोड़ रुपये की मांग की थी जबकि हमें मिला जीरो है। एक बार फिर दिल्ली वालों को धोखा मिला है। सचिवालय में प्रेस कांफ्रेंस कर आतिशी ने कहा कि दिल्ली को सेंट्रल शेयरिंग टैक्स में एक रुपया भी नहीं मिला है। एक बात बिल्कुल स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी शासित केंद्र सरकार सिर्फ अपनी सरकार व अपनी सत्ता को बचाने के लिए बजट पेश करती है। देश के लोगों के लिए बजट पेश नहीं करती है।
ये भी पढ़े :- आंध्र और बिहार के लिए केंद्र ने खोला खजाना, बदल जाएगा दोनों राज्यों का इंफ्रास्ट्रक्चर।
कर दी केजरीवाल सरकार से तुलना:
उन्होंने कहा अब दिल्ली के लोगों के सामने दो मॉडल है। एक तरफ अरविंद केजरीवाल सरकार है। दिल्ली के लोग सालाना 40 हजार करोड़ टैक्स केजरीवाल सरकार को देते हैं। केजरीवाल सरकार स्कूल देती है, मोहल्ला क्लीनिक देती है, बढ़िया इलाज देती है, 24 घंटे बिजली देती है। वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली के लोग भारतीय जनता पार्टी शासित केंद्र सरकार को 2,32,000 करोड़ रुपए देते हैं और केंद्र सरकार उसमें से उनको जीरो देती है। उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि 2014 से 2024 में पेश बजट में से बताए कि दिल्ली के लिए उन्होंने क्या किया।